ईस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर के पहले चरण के शुरू होने से यूपी सरकार का मानना है कि यूपी के व्यापारी , किसान सभी को फायदा होगा ।ईस्टर्न फ़्रेट कारीडोर के रूप में पीएम मोदी की यूपी को बड़ी सौगात है।कॉरीडोर का 351 किलोमीटर (55 फीसद) हिस्सा यूपी में होने से सूबे को बड़ा लाभ होगा ।बंदरगाहों की कमी का मिलेगा विकल्प, औद्योगिक और लाजिस्टिक हब बनेगा यूपी।लैंड लॉक्ड यूपी के लिए नई संभावनाओं का द्वार खोलेगा ये कॉरीडोर ऐसा सरकार और जानकार मानते है।जेवर एयरपोर्ट के पास बनेगा हाबड़ा और दादरी से मुंबई के ईस्टर्न और वेस्टर्न फ़्रेट कारीडोर का जंक्शन ,उद्योगों, व्यापारियों, किसानों को होगा सीधा फायदा होगा ।इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रयासों के नाते आज भारतीय रेलवे विकास का कीर्तिमान बना रही है। ईस्टर्न फ्रेट कॉरीडोर का सर्वाधिक हिस्सा उप्र में है लिहाजा लाभ भी सर्वाधिक होगा।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ईस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर के रूप में उत्तर प्रदेश को गुजर रहे 2020 में एक और बड़ी सौगात दी है।कॉरीडोर का सर्वाधिक हिस्सा यूपी में है। लिहाजा इसका सबसे अधिक लाभ भी उप्र को ही होगा। इससे विकास को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और मालगाड़ी से ढुलाई की गति पांच गुना तक बढ़ जाएगी।डेडीकेटेड रेल लाइन से माल की ढुलाई होगी आसान।समय और संसाधन की होगी बचत,बंदरगाहों तक शीघ्र पहुचेगा माल।मालगाड़ियों की 15 किमी प्रति घन्टे की औसत रफ़्तार कॉरिडोर पर 75 किमी हो जाएगी।
रफ़्तार बढ़ने से माल ढुलाई शीघ्र और सस्ती होगी, माल खराब होने का खतरा भी नहीं रहेगा।मंगलवार को प्रधानमंत्री ने पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा खंड को देश को समर्पित किया। साथ ही प्रयागराज में ईडीएफसी के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन भी किया। कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे