प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस के वैक्सीनेशन की शुरुआत करेंगे। सभी 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 3006 जगहों पर एकसाथ यह कार्यक्रम शुरू होगा। पहले चरण में हेल्थवर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन होगा। पहले दिन हर जगह पर कम से कम 100 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।
यह दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन कार्यक्रम होगा। वैक्सीन को लेकर सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में टीकों की पर्याप्त खुराकें भेज दी गई हैं। इस बीच केंद्र ने राज्यों को आवश्यक दिशानिर्देश भेजे हैं। दिशानिर्देश में केंद्र ने कहा कि सिर्फ 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए टीकाकरण की अनुमति है। जो महिलाएं गर्भवती हैं और जिनकी गर्भावस्था तय नहीं है, और जो महिलाएं स्तनपान कराती हैं वो कोरोना का टीका न लगवाएं।
इसके साथ ही केंद्र सरकार ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को कोरोना के लक्षण हैं तो उस व्यक्ति का टीकाकरण ठीक होने के 4-8 हफ़्ते बाद होना चाहिए। वैक्सीन की जिम्मेदारी संभाल रहे लोगों को 14 दिनों के अंतराल से अलग किया जाना चाहिए। दूसरी खुराक उसी वैक्सीन की होनी चाहिए जिसमें पहली डोज ली गई थी। वैक्सीन के इंटरचेंजिंग की अनुमति नहीं है।
कोरोना महामारी, वैक्सीन रोलआउट और को-विन सॉफ़्टवेयर से संबंधित जानकारी प्रदान करने के लिए 24 घंटे समर्पित कॉल सेंटर -1075 भी स्थापित किया गया है।