Advertisement

मोदी की मिस्र के राष्ट्रपति से वार्ता, संबंधों को ‘सामरिक गठजोड़’ स्तर पर ले जाने का फैसला

भारत और मिस्र ने रक्षा उद्योगों के क्षेत्र में सहयोग को और मज़बूत करने, आतंकवाद से निपटने संबंधी सूचना...
मोदी की मिस्र के राष्ट्रपति से वार्ता, संबंधों को ‘सामरिक गठजोड़’ स्तर पर ले जाने का फैसला

भारत और मिस्र ने रक्षा उद्योगों के क्षेत्र में सहयोग को और मज़बूत करने, आतंकवाद से निपटने संबंधी सूचना एवं खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान बढ़ाने सहित अपनी द्विपक्षीय भागीदारी को सामरिक गठजोड़ के स्तर पर ले जाने का निर्णय किया है।

मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सीसी के साथ बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘दोनों देशों के बीच सामरिक समन्वय पूरे क्षेत्र में शांति और समृद्धि के क्षेत्र में मददगार होगा। इसलिए आज की बैठक में राष्ट्रपति सीसी और मैंने, हमारी द्विपक्षीय भागीदारी को सामरिक गठजोड़ के स्तर पर ले जाने का निर्णय लिया है।’’

उन्होंने कहा कि सुरक्षा खतरों को लेकर भारत और मिस्र चिंतित हैं, तथा हम इस बात पर एकमत हैं कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे गंभीर खतरा है। उन्होंने कहा, ‘‘दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि सीमापार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाना जरूरी है।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘हमने आज अपने रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग को और मज़बूत करने, आतंकवाद से निपटने संबंधी सूचना एवं खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान बढ़ाने का भी निर्णय लिया है।’’

उन्होंने कहा कि इस वर्ष भारत ने अपनी जी20 की अध्यक्षता के दौरान मिस्र को अतिथि देश के रूप आमंत्रित किया है, जो हमारी विशेष मित्रता को दर्शाता है। मोदी ने कहा कि हमने द्विपक्षीय व्यापार को अगले पांच साल में 12 अरब डॉलर पर पहुंचाने का फैसला किया है।

 

भारत और मिस्र ने बुधवार को अपनी द्विपक्षीय भागीदारी को सामरिक गठजोड़ के स्तर पर ले जाने का निर्णय किया तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सीसी ने समयबद्ध तरीके से रक्षा, सुरक्षा, कारोबार, तथा आतंकवाद से निपटने में सहयोग को बढ़ाने का संकल्प व्यक्त किया। दोनों नेताओं ने खाद्य, ऊर्जा और उर्वरक की उपलब्धता पर रूस यूक्रेन संघर्ष के प्रभावों के बारे में भी चर्चा की, साथ ही सीमापार आतंकवादी गतिविधियों सहित आतंकवाद से निपटने को लेकर सतत एवं समन्वित रूख अपनाने पर जोर दिया।

मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सीसी तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर मंगलवार को यहां पहुंचे हैं। बुधवार को हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति अल सीसी ने कई विषयों पर चर्चा की।

मिस्र के राष्ट्रपति अल-सीसी ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ वार्ता के बाद कहा, ‘‘ हमने क्षेत्रीय, वैश्विक मुद्दों पर बातचीत की; द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर भी विचार-विमर्श किया।’’ दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद छह समझौतों/समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए और दोनों देशों के राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ पर एक स्मृति डाकटिकट का आदान प्रदान किया गया।

भारत और मिस्र के बीच हुए समझौतों में एक महत्वपूर्ण समझौता दोनों देशों के संबंधों को ‘सामरिक भागीदारी’ के स्तर पर ले जाने का है जिसमें राजनीतिक, सुरक्षा, रक्षा, ऊर्जा और आर्थिक संबंधों के आयाम शामिल हैं।

दोनों देशों ने राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ पर एक स्मृति डाकटिकट का आदान प्रदान किया। यह आदान प्रदान भारत की ओर से रेल, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और मिस्र की ओर से वहां के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. अहमद समीह तलत ने किया।

इसके अलावा दोनों देशों ने भारत के कम्प्यूटर आपात प्रतिक्रिया दल और मिस्र के कम्प्यूटर आपात प्रतिक्रिया दल के बीच साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

भारत और मिस्र ने सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग, संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग तथा युवा मामलों के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इसके साथ ही, दोनों देशों के बीच प्रसारण के क्षेत्र में सहयोग पर भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए। यह भारत के प्रसार भारती और मिस्र के नेशनल मीडिया आथोरिटी के बीच हुआ।

इससे पहले, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति अल सीसी के बीच बैठक की तस्वीर के साथ ट्वीट किया, ‘‘ मिस्र के साथ हमारे संबंधों, एशिया के साथ अफ्रीका के सम्पर्कों के नैसर्गिक सेतु को प्रगाढ़ बनाते हुए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति अल सीसी ने दोनों देशों के बहुआयामी संबंधों को गति प्रदान करने के लिये बातचीत की जो सभ्यतागत, सांस्कृतिक और आर्थिक सम्पर्कों और लोगों के बीच गहरे संबंधों पर आधारित है।’’

सीसी 26 जनवरी को होने जा रहे गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि हैं। उनके साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है।

यह पहला मौका है जब मिस्र के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस समारोहों में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है। मिस्र की सेना की एक टुकड़ी भी गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेगी। वहीं, बुधवार को सुबह मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सीसी का राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत किया गया।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने ट्वीट किया, ‘‘ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में मिस्र के राष्ट्रपति अल सीसी का पारंपरिक स्वागत किया।’’ इस अवसर पर वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी आगवानी की। बागची ने बताया कि मिस्र के राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी गयी।

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad