लखनऊ के घंटाघर में सीएए-एनआरसी विरोधी प्रदर्शनकारियों से कंबल जब्त करने के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने सफाई दी है। दरअसल, कार्रवाई में प्रदर्शनकारियों से खाने-पीने का सामान और कंबल जब्त कर लिया गया और वहां भारी मात्रा में पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने ट्वीट करके कहा, 'घंटाघर में प्रदर्शन के दौरान कुछ लोग वहां पर रस्सी और डंडे से घेरा बनाकर शीट लगा रहे थे, जिसे लगाने से मना किया गया। कुछ संगठनों के लोग पार्क में कंबल बांट कर रहे थे। आस-पास के लोग कंबल लेने आ रहे थे, जो धरने में शामिल नहीं थे। पुलिस ने कंबल और उन संगठन के लोगों को हटाया और कंबलों को विधिक तरीके से कब्जे में लिया।'
वीडियो आया था सामने
मोबाइल फोन पर कैद किए गए दृश्यों में, पुलिसकर्मियों को शनिवार की रात विरोध स्थल से भोजन के पैकेट और बक्से ले जाते हुए देखा जा सकता है। कुछ पुलिस वाले हेलमेट पहने हुए थे, वे स्टायरोफोम की चादरें भी हटाते हुए दिखाई दे रहे थे। दरअसल, ये चादरें उन लोगों के लिए जमीन पर बिछाने के लिए थीं जो वहां रात बिताने वाले थे।
लोगों ने क्या कहा?
शनिवार रात को शूट किए गए एक वीडियो में एक महिला प्रदर्शनकारी पुलिस वालों पर चिल्लाती हैं और पूछती हैं, "आप कंबल क्यों ले रहे हैं?" महिलाओं और बच्चों के लिए भोजन लेकर वहां गए एक सिख व्यक्ति ने कहा, "कुछ पुलिस वालों ने हमें रोकने की कोशिश की लेकिन हमें गुजर जाने दिया। यह बुनियादी मानवता है और इसलिए हम यहां हैं।"
क्या है मामला?
लगभग 50 महिलाओं ने शुक्रवार को घंटाघर के पास धरना प्रदर्शन शुरू किया, लेकिन शनिवार को भीड़ बढ़ गई और विरोध 'अनिश्चितकालीन' हो गया। महिलाएं, बच्चे और वरिष्ठ नागरिक विरोध में शामिल हुए और कई संगठन भी उनके समर्थन में सामने आए। शनिवार देर रात पुलिस द्वारा प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किए जाने के बाद लखनऊ में बड़े समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।