कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के चार्टर्ड प्लेन में गुरुवार को एक साथ कई तकनीकी गड़बड़ियां सामने आ गई। राहुल गांधी अपने कुछ सहयोगियों के साथ दिल्ली से कर्नाटक जा रहे थे। इस दौरान उनका विमान एकाएक बाईं तरफ झुक गया और तेजी से नीचे जाने लगा। साथ ही विमान में तेज कंपन भी शुरू हो गई। हालांकि समय रहते उनके प्लेन को हुबली में सुरक्षित उतार लिया गया। इस घटना के पीछे कांग्रेस पार्टी ने विमान से छेड़छाड़ और जान जोखिम में डालने की साजिश की आशंका जताई है। कांग्रेस नेताओं ने इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कराने की मांग की है। राहुल के ऑफिस ने हुबली के गोकुल पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज कराई है।
राहुल के सहयोगी कौशल विद्यार्थी ने कर्नाटक की डीजी एंड आईजी ऑफ पुलिस नीलमणि एन राजू को लिखी शिकायत में कहा कि राहुल जिस विमान में सवार थे, वह अचानक बाईं ओर झुक गया और तेजी से नीचे जाने लगा। साथ ही विमान में तेज कंपन भी शुरू हो गई। शिकायत के मुताबिक यह पूरी घटना सुबह पौने ग्यारह बजे हुई। पत्र में कहा गया है कि यह पता चला है कि विमान का ऑटोपायलट मोड काम नहीं कर रहा था। तेजी से नीचे गिरते विमान को तीसरे प्रयास के बाद दिन में लगभग 11 बजकर 25 मिनट पर हुबी हवाईअड्डे पर उतारा गया।
Complaint to the DG&IG of Police, Karnataka, regarding the serious malfunction of the aircraft carrying Congress President @RahulGandhi pic.twitter.com/P3RJwkWOMR
— Congress (@INCIndia) April 26, 2018
कांग्रेस ने जताई साजिश की आशंका
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस पूरे मामले में साजिश की आशंका जताते हुए कहा कि एक गंभीर हादसा टल गया। जिस तरह यह गंभीर घटना घटी इसमें किसी साजिश को अभी झुठलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक को सौंपी गई शिकायत में उनसे इस गंभीर और भयावह घटना के सभी पहलुओं की और अगर कोई साजिश थी तो उसकी भी जांच करने की मांग की गई है। सुरजेवाला ने कि घटना के दौरान राहुल गांधी ने साहस और धैर्य बनाए रखा। शांतचित्त रहे और सहयात्रियों को शांत करने की कोशिश की। सुरजेवाला ने कहा कि घटना की गहन जांच की मांग को लेकर डीजीसीए के पास एक और शिकायत दर्ज कराई गई है।
जीजीसीए ने कहा- कुछ भी असामान्य नहीं
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा कि ऑपरेटर ने हमें (डीजीसीए) घटना की जानकारी दी। ऑपरेटर की रिपोर्ट के अनुसार ऑटो पायलट (मोड) में कोई गड़बड़ी थी और पायलट ने बाद में उसे मैनुअल (मोड) में डाला एवं विमान को सुरक्षित उतारा। उन्होंने कहा कि ऑटो पायलट (मोड) बंद करना असामान्य नहीं है। लेकिन किसी वीआईपी की फ्लाइट के साथ ऐसा होने पर डीजीसीए गहन जांच करता है और इस मामले में भी ऐसा होगा।