भेजा फ्राई और फंस गए रे ओबामा जैसी चर्चित फिल्मों में अदाकारी का लोहा मनवा चुके अभिनेता रजत कपूर ने सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोपों पर माफी मांगी है। उन्होंने ट्वीट कर रहा है,“ मैंने अपनी पूरी जिंदगी कोशिश की है कि मैं एक सभ्य पुरूष बना रहूं और वही करूं जो सही है। हालांकि मेरे किसी काम या शब्द से किसी को भी तकलीफ हुई है तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं।” उन्होंने आगे लिखा है, “मैं दुखी हूं कि मेरी वजह से किसी को तकलीफ हुई। मेरे लिए काम से ज्यादा अगर कुछ जरूरी है तो वो है एक अच्छा इंसान बनना। इसके लिए मैं और ज्यादा कोशिश करूंगा।”
रजत कपूर पर दो महिलाओं ने आरोप लगाए हैं। इनमें से एक पत्रकार हैं। उनका कहना है कि साल 2007 में एक टेलीफोनिक इंटरव्यू के दौरान रजत कपूर ने उनसे पर्सनल सवाल पूछे थे। इंटरव्यू के दौरान रजत ने पूछा, क्या आप अपनी आवाज की ही तरह सेक्सी हो। इसके अलावा उन्होंने महिला की बॉडी का मेजरमेंट यानी साइज भी पूछा। यह घटना 2007 की है। इसके अलावा एक और महिला ने कहा है कि रजत कपूर उनके साथ खाली कमरे में फिल्म बनाना चाहते थे।
गौरतलब है कि अभिनेत्री तनुश्री दत्ता द्वारा नाना पाटेकर पर आरोप लगाने के बाद फिल्म इंडस्ट्री और मीडिया जगत की कई महिलाओं ने मीटू कैंपेन के तहत खुद के साथ हुए सेक्सुअल हैरेसमेंट के वाकये को सार्वजनिक किया है। जिन पर आरोप लगे हैं उनमें डायरेक्टर विकास बहल, गायक कैलाश खेर और लेखक चेतन भगत भी हैं। एक महिला ने चेतन भगत से हुई व्हाट्सएप पर बातचीत का स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया पर डाल दिया था। इसके बाद चेतन भगत ने उस महिला से फेसबुक पर माफी मांगी।
वहीं, फैंटम फिल्म्स की एक महिला कर्मचारी का कहना है कि निर्देशक विकास बहल ने उसके साथ गोवा की यात्रा के दौरान अनुचित तरीके से व्यवहार किया था। फैंटम फिल्म्स की नींव साल 2011 में रखी गई थी। बहल के साथ अनुराग कश्यप, विक्रमादित्य मोटवानी और मधु मंतेना इस कंपनी में साझेदार थे। आरोप लगने के बाद इस कंपनी को बंद करने की घोषणा मोटवानी ने की है।