आंधी-तूफान आने से पहले उज्जैन सिंहस्थ भी बहुत शांति थी। प्राकृतिक के साथ साथ राजनैतिक भी। लेकिन 4 और 5 मई को राम मंदिर और अन्य मुद्दों पर संतों की बैठक में तय किया गया है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार को दो वर्ष पूरे हो चुके हैं और अब सरकार को राम मंदिर पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। यह जानकारी विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री और परिषद और संतों के बीच बातचीत के सेतु अशोक तिवारी ने आउटलुक से बातचीत में कही।
उन्होंने कहा, संत समाज अब सरकार को और समय देने के मूड में नहीं है। संत समाज चाहता है कि सरकार को आगामी उत्तर प्रदेश चुनाव में इस विषय को भी मुख्य मुद्दा बनाना चाहिए।