एडवोकेट प्रशांत भूषण ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) एसए बोबडे को लेकर बीते महीने 21 अक्टूबर को किए गए अपने ट्वीट में गलती पर खेद जताया है। प्रशांत भूषण ने अपने ट्वीट के जरिए जस्टिस बोबडे द्वारा मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से मुहैया कराए गए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करने को लेकर सवाल उठाए थे। अक्टूबर में किए अपने ट्वीट में भूषण ने कहा था, “सीजेआई ने कान्हा नेशनल पार्क जाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से उपलब्ध कराए गए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया, जबकि राज्य के विधायकों को अयोग्य ठहराने का एक महत्वपूर्ण मामला सीजेआई के सामने लंबित है। इस मामले पर ही मध्य प्रदेश सरकार का भविष्य टीका हुआ है।“
The CJI avails a special chopper provided by the MP Govt (authorised by the CM) for a visit to Kanha National Park& then to his home town in Nagpur, while an important case of disqualification of defecting MLAs of MP is pending before him. Survival of MP govt depends on this case pic.twitter.com/XWkYVjHkvH
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) October 21, 2020
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 31 अगस्त को अपनी अवमानना के मामले में एडवोकेट प्रशांत भूषण को एक रुपया का जुर्माना लगाया था। कोर्ट ने कहा था कि अगर प्रशांत भूषण ये जुर्माना 15 सितंबर तक जमा नहीं कराएंगे, तो उन्हें 3 महीने के लिए जेल भेजा जाएगा। 3 साल तक वकालत पर भी पाबंदी लगाई जाएगी। कोर्ट मामले में उन्हें बिना शर्त माफी मांगने के लिए समय दिया था, लेकिन भूषण ने इससे मना कर दिया था।