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अब टीके के सर्टिफिकेट से भी हटेगी पीएम मोदी की तस्वीर, ममता की शिकायत का असर

चुनाव आयोग ने वैक्सीन सर्टिफिकेट पर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो हटाने का आदेश दे दिया है।...
अब टीके के सर्टिफिकेट से भी हटेगी पीएम मोदी की तस्वीर, ममता की शिकायत का असर

चुनाव आयोग ने वैक्सीन सर्टिफिकेट पर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो हटाने का आदेश दे दिया है। दरअसल, बंगाल में चुनाव हैं और तारीखों का ऐलान हो चुका है। राज्य की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने चुनाव आयोग से इस बाबत शिकायत की थी जिसमें टीएमसी ने कहा था कि वैक्सीन सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की तस्वीर का होना आचार संहिता का उल्लंघन है। इस पर संज्ञान लेते हुए आयोग ने स्वास्थ्य मंत्रालय से कहा है कि वो चुनावी नियमों का पालन करें। चुनाव आयोग ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को आदेश दिया है कि वो ये सुनिश्चित करें की जिन राज्यों में चुनाव हैं वहां वैक्सीन सर्टिफिकेट पर से पीएम मोदी की फोटो हटाया जाए।

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चुनाव आयोग ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन की शिकायत पर मंत्रालय से जवाब मांगने के कुछ दिनों बाद कहा कि प्रमाणपत्रों के जरिए पीएम "अपने पद और शक्तियों का फायदा उठा रहे थे।" स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी सफाई में कहा है कि टीकाकरण प्रणाली को चुनावों की घोषणा से पहले डिजाइन किया गया था। मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा है कि प्रमाण पत्र जारी योजना के अनुसार जारी किए गए थे। आदर्श आचार संहिता बाद में लागू की गई है।

इससे पहले भारतीय चुनाव आयोग ने बुधवार को चुनावी राज्यों के सभी पेट्रोल पंप डीलरों एवं अन्य एजेंसियों को 72 घंटे के भीतर अपने परिसर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर वाले केंद्रीय योजनाओं के होर्डिंग हटाने का निर्देश दिया था। एक अधिकारी ने कोलकाता में ये जानकारी दी थी। पश्चिम बंगाल में मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा था कि ऐसे होर्डिंग में प्रधानमंत्री की तस्वीर का इस्तेमाल करना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मुलाकात कर आरोप लगाया था कि लोगों को केंद्रीय योजनाओं की जानकारी देने के लिए लगाए गए होर्डिंग में पीएम मोदी की तस्वीर का उपयोग करना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।

पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुचेरी के लिए 26 फरवरी को मतदान कार्यक्रम की घोषणा की गई थी। चुनाव आयोग ने चुनाव से जुड़ी प्रक्रियाओं का ऐलान कर दिया है। देश में एक मार्च से अपने टीकाकरण अभियान का दूसरी चरण शुरू किया गया था। जिसमें 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को और 45 साल से ऊपर के उन लोगों को टका लगाया जा रहा है जिन्हें गंभीर बिमारियां हैं।

चुनाव आयोग के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में पहले चरण के लिए 27 मार्च को वोटिंग होगी। फिर एक अप्रैल, 6 अप्रैल, 10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को मतदान होंगे। पहले और दूसरे चरण में 30-30 सीटों, तीसरे चरण में 31 सीटों, चौथे चरण में 44 सीटों, पांचवें चरण में 45 सीटों, छठे चरण में 43 सीटों, सातवें चरण में 36 सीटों तथा आठवें चरण में 35 सीटों पर मतदान करवाया जाएगा। टीएमसी ने आठ चरणों में कराए जा रहे चुनाव को लेकर भी सवाल उठाए हैं।

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