कथित नक्सल गतिविधियों के लिए जेल में बंद और अनशन कर रहे दंडपाणि मोहंती का अस्पताल में इलाज चल रहा है। सर्कल जेल के वरिष्ठ अधीक्षक रघुनाथ माझी ने कहा, पांडा गुरुवार से खाना नहीं खा रहे हैं। हम उन्हें खाना खाने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पांडा के स्वास्थ्य पर हालांकि जेल के डॉक्टर लगातार नजर रख रहे हैं। माओवादी नेता ने अपनी मांगें मनवाने के लिए 31 मार्च से चार अप्रैल तक जेल में भूख हड़ताल की थी।
जब सरकार ने उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया तो उन्होंने 22 अप्रैल से फिर अनशन शुरू कर दिया। पांडा के वकील दीपक पटनायक ने बताया कि उनके मुवक्किल ने हालांकि मंगलवार को अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले अपना अनशन वापस ले लिया था। उन्होंने एक बार फिर अनिश्चितकाल के लिए भूख हड़ताल शुरू कर दी है। पांडा (47) जेल में खुद को एकांत में बंद किए जाने का विरोध कर रहे हैं और उनका आरोप है कि जेल अधिकारी उसके पत्रों को अदालतों तक नहीं पहुंचने दे रहे।
इस बीच, गत शुक्रवार से अनशन कर रहे मोहंती (64) की मांग है कि उसके साथ राजनीतिक बंदियों जैसा व्यवहार किया जाना चाहिए। उनके पुत्र संग्राम ने बताया कि उनके पिता ने अस्पताल में उपचार के दौरान खाना नहीं खाया। डॉक्टरों ने बताया कि अनशन की वजह से उनका वजन और रक्तचाप कम हो गया है।