दिल्ली में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा आयोजित मुस्लिम इंटेलेक्चुअल फोरम की बैठक में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने इस मुद्दे पर संजिदा मुसलमानों से आगे आने को कहा। संघ के वरिष्ठ सदस्य इंद्रेश कुमार ने 110 मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ पांच घंटे चली चर्चा की मुख्य बातों को अपने फेसबुक पर साझा किया है। बैठक में एएमयू के पूर्व कुलपति डॉ. महमूद उर रहमान, लॉ डिपार्टमेंट के पूर्व डीन प्रो. एम शब्बीर, मुफ्ती जाहिद, पूर्व रजिस्ट्रार शाहरुख शमशाद समेत कई बुद्धिजीवी शामिल हुए। प्रो. शब्बीर ने बताया कि आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने स्पष्ट रूप से बता दिया था कि यह बैठक समान नागरिक संहिता और तीन तलाक के मुद्दे पर चर्चा के लिए नहीं बल्कि देश में भाईचारा,शांति और विकास के मुद्दे पर है और उन्हें पता है कि मुसलमानों की संघ में आस्था नहीं है। लेकिन यहां पर खुलकर बात रख सकते हैं। बैठक में प्रो. शब्बीर ने कहा कि आज भी मुसलमान पिछड़े हुए हैं। उन्हें दुत्कारा जाता है, गलत नजरों से देखा जाता है। भाजपा अगर सम्मान करेगी तो उसके साथ खड़ा दिखेगा। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मेंबर रहे प्रो. शब्बीर ने कहा कि तीन तलाक के बारे में मुस्लिमों को सोचना होगा। बैठक के मिनट्स केंदर् सरकार को भेजे जाएंगे।
श्री श्री रवि शंकर मध्यस्थता को तैयार
इस बीच आध्यात्मिक गुरु और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रवि शंकर ने कहा है कि राम मंदिर मुद्दे के समाधान की राह आसान करने के लिए वह मध्यस्थ बनने को तैयार हैं। शनिवार को हैदराबाद में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, निश्चित रूप से मैं हमेशा कहीं भी किसी भी मामले में मध्यस्थता करने के लिए तैयार हूं। भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के मामले में उन्होंने दोनों देश की जनता के बीच आपसी संपर्को को बढ़ावा देने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा, लोगों से लोगों के बीच, हम बहुत अच्छे संबंध बना सकते हैं। मालूम हो, पाकिस्तान के चार शहरों में आर्ट ऑफ लिविंग के चार केंद्र हैं। जहां होने वाले कार्यक्रमों से 10,000 लोग शामिल होकर लाभ उठाते हैं। रवि शंकर ने कहा कि लोगों से लोगों के बीच संबंध और राजनीति दो अलग-अलग चीजें हैं।
erious muslims come forward for Ram Mandir construction: RSS