देश में मानसून ने अभी केवल दस्तक दी है लेकिन कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। मूसलाधार बारिश की वजह से सड़के किसी नदी में बदल गई हैं। अगर मानसून का यह आगाज है तो अंजाम क्या होगा, अंदाजा लगाया जा सकता है। कभी तपती धूप और गर्म हवाओं की मार झेलता राजस्थान अब बारिश के सैलाब से सरोबार है। जोधपुर में पानी की नदियां बह रही हैं। पहाड़ी इलाके से सटे जोधपुर को अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है लेकिन अब यहां के हालात बहुत खराब हैं। यहां बारिश इतनी तेज थी कि दोपहिया वाहन सड़कों पर तैरते नजर आएं।
गुजरात के मोरबी में नदियां उफान पर हैं और वाहन बंद हो गए। फंसे वाहनों को रस्सी की मदद से निकाला गया। यहां बांध के 14 दरवाजे खोल दिए गए ताकि पानी निकाला जा सके लेकिन इससे निचले इलाके में जलभराव का खतरा बढ़ गया है। जम्मू कश्मीर नेशनल हाई वे को भी भारी बारिश व भूस्खलन के चलते बंद कर दिया था जिसे एक दिन बाद खोला गया। हिमाचल में भी कई जगह भूस्खलन हुआ है। असम में करीब 253 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और 5272 हेक्टेयर में लगी फसल को नुकसान पहुंचा है। असम में बारपेटा, लखीमपुर, जोरहाट, करीमगंज, कछार, धेमाजी, कार्बी आंगलांग और विश्वनाथ जिले बाढ़ से प्रभावित हैं।
हरियाणा में भी भारी बारिश से फसरों को नुकसान हुआ है। करनाल में तीन दिनों से बारिश चल रही है जिससे 40 फीसदी जमीन पर धान की खेती बर्बाद हो चुकी है। पंजाब के बरनाला जिले में भी बारिश से इसी तरह से हालात हैं। दिल्ली में भी कई जगह आफत बन गई है। पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मीनगर में बारिश से शनिवार देर रात ढाई बजे एक इमारत गिर गई जिससे काफी नुकसान का अंदेशा है और कई लोग मलबे में दबे गए। मौसम विभाग ने मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार और यूपी के पूर्वी इलाके में भारी बारिश की चेतावनी दी है तो अरुणाचल प्रदेश, उड़ीसा, झारखंड, पश्चिमी यूपी, उत्तराखंड, गुजरात, गोवा, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में भी मूसलाधार बारिश की संभावना जताई है।