दिल्ली पुलिस ने नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान सीलमपुर में हुई हिंसा के सिलसिले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं सीलमपुर हिंसा के बाद उत्तर पूर्वी जिले में धारा 144 को लागू कर दी गई है।
दिल्ली पुलिस के जॉइंट सीपी आलोक कुमार ने बताया कि सीलमपुर और जाफराबाद हिंसा के संबंध में 2 मामले दर्ज किए गए और 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया। हमारे पास मौजूद वीडियो फुटेज के जरिए हम लोगों की पहचान कर रहे हैं। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उत्तर पूर्व जिले में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा -144 लागू कर दी गई है।
उन्होंने बताया, "हमने आगजनी और हिंसा को लेकर तीन मामले दर्ज किए हैं। पहला मामला सीलमपुर हिंसा के लिए दर्ज किया गया, जबकि दूसरा जाफराबाद और तीसरा बृजपुरी के लिए दर्ज किया गया।"
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून 2019 के विरोध में मंगलवार को दिल्ली के सीलमपुर, जाफराबाद और बृजपुरी में हिंसक प्रदर्शन के दौरान आगजनी करने की घटना हुई थी। इसमें पुलिस ने दंगा करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है।
दो दर्जन लोगों की पहचान
पुलिस ने आगजनी, तोड़फोड़, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान आदि के मामले दर्ज किए हैं। दो दर्जन से अधिक उपद्रवियों की पहचान गई है जो हिंसा में लिप्त थे और सार्वजनिक संपत्ति को आग लगा रहे थे।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि मंगलवार को दोपहर में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें लगभग पुलिस और प्रदर्शनकारी सहित 34 लोग घायल हो गए थे। इनमें 12 पुलिस वाले भी घायल थे। पुलिस ने यह भी दावा किया कि रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के तीन कर्मी भी घायल हुए हैं। एक पुलिस वाले की पिटाई की गई और उसका वायरलेस सेट छीन लिया गया। पुलिस ने कहा कि कोई गोली नहीं चलाई गई है। केवल आंसू गैस के गोले दागे गए थे। विरोध के दौरान दो सार्वजनिक परिवहन बसें, एक रैपिड एक्शन फोर्स बस और कुछ बाइक क्षतिग्रस्त हो गईं। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने कई मोटरसाइकिलों को आग लगा दी, पुलिस कर्मियों पर पथराव किया और सीलमपुर क्षेत्र में बसों और एक पुलिस बूथ को क्षतिग्रस्त कर दिया।
जहां देर दोपहर तक स्थिति को नियंत्रण में लाया गया, वहीं देर रात तक क्षेत्र में कुछ घटनाओं की सूचना मिली। दंगाइयों ने यात्रियों को ले जा रही दो बसों पर भी पथराव किया, जिससे कम से कम छह राहगीर और एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। उन्होंने कुछ बच्चों को ले जा रही एक स्कूल बस को भी निशाना बनाया, लेकिन पुलिस ने बस में यात्रा कर रहे बच्चों को सुरक्षित बचा लिया।