कोलकाता में एक ही समय में ये तीनों विमान कम ईंधन के साथ उडान कैसे भर रहे थे इस बात का पता लगाने के लिए नियामक ने जांच का आदेश दिया है। जबकि नियमों के मुताबिक किसी विमान में 30-40 मिनट हवा में अतिरिक्त उड़ान भरने तथा विमान को निकटवर्ती हवाईअड्डे तक ले जाने लायक ईंधन होना जरूरी है। इस मामले में नजदीकी हवाई अड्डा भुवनेश्वर था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर जा रही इंडिगो की उड़ान को लेकर उस समय विवाद उठ खडा हुआ था जब तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाए थे कि ईंधन की कमी के बावजूद विमान को उतारने को प्राथमिकता नहीं दी गई। डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक सप्ताह के लिए छह पायलटों को सेवा से हटा लिया गया है जबकि इन विमानों का संचालन करने वाले वायु यातायात नियंत्रक से कहा गया कि इन्हें सुधारात्मक प्रशिक्षण से गुजरना होगा। अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच अभी चल रही है।
इससे पहले दिन में इंडिगो के एक प्रवक्ता ने बताया था कि दिल्ली-कोलकाता उड़ान का परिचालन कर रहे इसके दो पायलटों को सेवा से हटा दिया गया है। इस विमान में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री अन्य यात्रियों के साथ सवार थीं।
तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष मुकुल राय ने आरोप लगाया था कि ममता बनर्जी की हत्या करने के वास्ते एक साजिश रची गयी थी और उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गणपति राजू को एक पत्र लिख कर सचाई का पता लगाने के लिए उनके मंत्रालय द्वारा एक जांच कराने की मांग की थी।
भाषा