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जेएनयू हिंसा को लेकर छात्रों और शिक्षकों का मार्च, वीसी ने कहा बढ़ोतरी वापस नहीं होगी

दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में बीते रविवार छात्रों के बीच हुई हिंसक झड़प का...
जेएनयू हिंसा को लेकर छात्रों और शिक्षकों का मार्च, वीसी ने कहा बढ़ोतरी वापस नहीं होगी

दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में बीते रविवार छात्रों के बीच हुई हिंसक झड़प का राष्ट्रव्यापी विरोध जारी है। हिंसा की घटना के विरोध में जेएनयू के छात्र और शिक्षक विरोध मार्च किया। शिक्षकों ने मंडी हाउस से मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) तक पैदल मार्च किया, वहीं छात्रों का मार्च मंडी हाउस से जंतर-मंतर तक जाएगा। छात्रों और अध्यापकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने एचआरडी मंत्रालय में इस मुद्दे की जांच को लेकर मुलाकात की।

मंडी हाउस में धारा 144 लागू होने के बावजूद बड़ी संख्या में छात्र और अध्यापक वहां पहुंच रहे हैं। मार्च में जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार भी शामिल हुए हैं। सूचना है कि जेएनयू के छात्र प्रतिनिधिमंडल और एचआरडी मंत्रालय के बीच चल रही बैठक खत्म हो गई है। बातचीत का ब्यौरा अभी साफ नहीं हो पाया है। आज जेएनयू के 8 छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल एचआरडी मंत्रालय मुलाकात करने पहुंचा था। इसमें जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष भी शामिल थीं।

फीस वृद्धि वापस नहीं होगी

इस बीच जेएनयू के वीसी प्रो. एम. जगदीश कुमार का कहना है कि वे फीस वृद्धि को वापस नहीं लेंगे। उन्होंने 5 जनवरी को हुई हिंसा की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी के गठन की भी बात कही जो इस मामले को देखेगी।

मंडी हाउस से मार्च कर रहे छात्र और टीचर जेएनयू के वीसी को तत्काल हटाए जाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए।

कैंपस में सख्त पहरा

मार्च को देखते हुए पुलिस ने विश्वविद्यालय परिसर के बाहर भी सुरक्षा बढ़ा दी है। कैंपस के बाहर और अंदर दोनों जगहों पर सुरक्षा दल तैनात हैं। सख्ती का आलम यह है कि जेएनयू परिसर में मीडिया कर्मियों को भी जाने की इजाजत नहीं है।

रजिस्ट्रेशन को लेकर भड़की थी हिंसा

विरोध मार्च में सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, वृंदा कारत, शरद यादव, डी. राजा समेत दूसरे विपक्षी दलों के नेता छात्रों के प्रदर्शन में शामिल हुए। छात्रों ने पुलिस पर कथित गुंडों के साथ मिलकर जेएनयू में हंगामा करवाने का आरोप लगाया है। पिछले कई दिनों से जेएनयू में पढ़ाई बाधित है। गौरतलब है कि जेएनयू में परीक्षा के लिए होने वाले रजिस्ट्रेशन को रोकने को लेकर हिंसा हुई। छात्रों का आरोप है कि लेफ्ट विंग के छात्रों ने दूसरे छात्रों को न सिर्फ रजिस्ट्रेशन से रोका बल्कि सर्वर रूम में तोड़फोड़ भी की।  

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