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बीमारी के बहाने सोया भूखा, जेल में ऐसे कटी कैदी नंबर 8647 की पहली रात

अपने डेरे में सेवादारों से घिरे रहने वाले डेरा प्रमुख को अब जेल के अंदर कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी।
बीमारी के बहाने सोया भूखा, जेल में ऐसे कटी कैदी नंबर 8647 की पहली रात

दो साध्वियों के रेप के मामले में सलाखों के पीछे आए गुरमीत राम रहीम की नौटंकी जेल में भी जारी रही। जहां वह कोर्ट द्वारा 20 साल की सश्रम कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद रोते हुए रहम की भीख मांगता रहा। वहीं जेल आने के बाद वह बेहद तनाव में रहा। गुरमीत राम रहीम को सोमवार शाम सजा सुनाए जाने के बाद सुनारियां जेल भेज दिया गया। यहां उसे नया कैदी नंबर 8647 दे दिया गया।

जबरन खिलाई गई आधी रोटी

स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, रात के खाने में गुरमीत राम रहीम को चार रोटी और सब्जी दी गई थी। जिसे उसने खाने से इनकार कर दिया। फिर जेल स्टॉफ ने राम रहीम से पूछा, “तबीयत ठीक नहीं है क्या। डॉक्टर की जरूरत है क्या?”

गुरमीत की हामी के बाद डॉक्टर को बुलाया गया। डॉक्टर ने उन्हें एक गोली खिलाई। इस बीच जेल स्टॉफ द्वारा उसे बार-बार खाना खाने के लिए कहा गया आखिरकार  गुरमीत ने केवल आधी रोटी ही खाई।

करवटें बदलता रहा

बताया जाता है कि राम रहीम पूरी रात ढंग से नहीं सोया। कभी करवटें बदलता रहा तो कभी टहलता रहा। गौरतलब है कि जेल में राम रहीम को सोने और बिछाने के लिए कंबल दिया गया है।

सश्रम कारावास 

अपने डेरे में सेवादारों से घिरे रहने वाले डेरा प्रमुख को अब जेल के अंदर मेहनत करनी होगी। राम रहीम जेल में जूट से बनी ड्रेस ही पहनेगा और अपनी बैरक खुद साफ करनी पड़ेगी। जेल में उसे बढ़ई गीरी, सिलाई, बुनाई, रसायन बनाना, जिल्दसाजी, स्क्रीन प्रिंटिंग, कपड़ा, निवार, गमले, साबुन, फिनायल, दरी, कंबल, टी.वी. और रेडियो सही करने जैसे कामों में से  एक काम अपने लिए चुनना होगा। 

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