बेंगलुरू स्थित स्टार्टअप कंपनी डोसामेटिक द्वारा बनाई गई मशीन में प्रिंस विलियम ने डोसे का घोल डाला और मिडलटन ने कुछ बटन दबाए जिसके बाद मशीन ने अपना काम करना शुरू कर दिया। कुछ ही मिनटों के बाद डोसा मशीन में से बाहर आ गया। प्रिंस विलियम ने इसका एक छोटा सा टुकड़ा तोड़कर चखा और कहा, नमस्ते मुंबई। डोसा अनुभव के लिए धन्यवाद। अगली बार यह और शानदार होगा।
जानकारों का कहना है कि ब्रिटिश शाही परिवार के सदस्यों के लिए यह परंपरा से अलग हटकर था जो सार्वजनिक रूप से कुछ भी खाने-पीने से परहेज करते हैं। डोसा का छोटा सा टुकड़ा खाने के बाद डोसामेटिक के मुख्य कार्यकारी ईश्वर के. विकास ने उन्हें बताया कि डोसा काफी कुछ पैनकेक से मिलता जुलता है जिसे ब्रिटेन में शौक से खाया जाता है। केट मिडलटन इस अनुभव को लेकर काफी उत्सुक नजर आ रही थीं जिन्होंने मशीन और उसकी प्रक्रिया को लेकर काफी सवाल पूछे।
विकास ने बताया कि जिस मशीन को शाही दंपति ने इस्तेमाल किया उसे जल्द ही घरों में इस्तेमाल के लिए पेश किया जाएगा। उन्होंने साथ ही बताया कि उनकी तीन साल पुरानी कंपनी ने पहले ही होटलों और कॉरपोरेट ग्राहकों को यह मशीन उपलब्ध करानी शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि बाजार में पहले से ही 500 बड़ी मशीनें उतारी जा चुकी हैं और इंडियन एंजल नेटवर्क के समर्थन से कंपनी कोष जुटाने की दिशा में काम कर रही है ताकि वह घरेलू उपयोग के लिए मशीन पेश कर सकें जिसकी कीमत 12 हजार 500 रुपये होगी।
बॉलीवुड सितारों के बीच अपने बच्चों को मिस किया केट ने
गौरतलब है कि शाही दंपति ने रविवार की शाम मुंबई के शानदान ताज पैलेस होटल में बॉलीवुड रेड कार्पेट कार्यक्रम में गुजारी थी। यहां बॉलीवुड ही नहीं दुनिया की अपने-अपने क्षेत्र की करीब 200 दिग्गज हस्तियां अनाथ बच्चों के सहायतार्थ आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुईं। ब्रिटेन के इस शाही जोड़े ने यहां माधुरी दीक्षित, शाहरुख खान आदि सितारों के साथ भी वक्त गुजारा। माधुरी ने बाद में मीडिया को बताया कि केट अपने भारत दौरे से पहले इस बात को लेकर चिंतित थीं कि वह अपने दोनों बच्चों को मिस करेंगी।