यही नहीं कांग्रेसी नेता शहजाद पूनावाला ने भी इस सिलसिले में ट्वीट किया है। पूनावाला का कहना है कि बीते महीनों में हुए पठानकोट (पंजाब) आतंकवादी हमले की बात करें तो प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान सरकार के नुमाएंदों को भारत के बेहद संवेदनशील माने जाने वाले पठानकोट एयरबेस का दौरा करने की इजाजत दी थी। और बावजूद इसके पाकिस्तान मे आतंकवादी हमले में हाथ होने से इंकार कर दिया था। पूनावाला का कहना है कि इस प्रकार से प्रधानमंत्री तो भगवंत मान से कहीं ज्यादा दोषी हैं।
स्पीकर को लिखे अपने खत में मान ने लिखा है कि 'कल आपने मेरे वीडियो बनाने पर एक समिति बनाई है। समिति जांच करेगी कि इस वीडियो से संसद की सुरक्षा को खतरा तो नहीं पैदा हुआ? वर्ष 2001 में आईएसआई ने संसद पर हमला किया। फिर उसी 2016 में उसी आईएसआई ने पठानकोट एयरबेस पर हमला किया। प्रधानमंत्री जी ने उसी आईएसआई को पठानकोट एयरबेस में बाइज्जत बुलाकर घुमाया। मेरा वीडियो बनाना देश की सुरक्षा के लिए खतरा है या प्रधानमंत्री जी का आईएसआई को बुलाकर एयरबेस में घुमाना देश की रक्षा के लिए खतरा है।' मान ने लिखा, 'मेरा आपसे निवेदन है कि आपको इस कमेटी के कार्य का दायरा बढ़ाना चाहिए। प्रधानमंत्री जी के इस कृत को भी इस कमेटी के कार्य के दायरे में लाया जाए। मेरे साथ-साथ प्रधानमंत्री को भी यह कमेटी समन करे। यदि मैं दोषी तो प्रधानमंत्री जी मुझसे 100 गुना ज्यादा दोषी हैं। मुझे उम्मीद है कि आप पक्षपात नहीं करेंगी।'
विवाद?
मान ने संसद जाते समय लाइव वीडियो फेसबुक पर डाल कर दिया था। वीडियो में संसद में प्रवेश के सारे सिक्युरिटी चेक प्वाइंट्स नजर आ रहे हैं। मान का यह वीडियो सामने आने के बाद संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ था। इसके बाद स्पीकर ने मान को समन किया था। हालांकि मान ने इसके लिए माफी मांग ली थी।