जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में सर्च ऑपरेशन के दौरान दो जवान शहीद हो गए। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने घात लगाकर जवानों पर हमला बोला। ऑपरेशन अभी भी जारी है और आतंकियों को ढूंढा जा रहा है। अभी तक इस मुठभेड़ में किसी आतंकी के मारे जाने की खबर नहीं है।
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारी हथियारों से लैस पाकिस्तानी घुसपैठियों के साथ बुधवार को हुई गोलीबारी में दो सैन्यकर्मी मारे गए। उन्होंने कहा कि घुसपैठियों से मुठभेड़ तब हुई जब वे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे।
जम्मू-कश्मीर के भारतीय सेना के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने एक बयान में कहा, "सेना के दो जवान शहीद हो गए और नौशेरा सेक्टर में तलाशी अभियान जारी है। ऑपरेशन अभी भी जारी है और आगे के विवरणों की प्रतीक्षा है।" अधिकारियों ने कहा कि संदिग्ध आतंकवादियों के बारे में जानकारी मिलने के बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि घुसपैठियों ने सैनिकों पर गोलियां चलाईं और भीषण गोलीबारी के दौरान दोनों सैनिक मारे गए। अधिकारियों ने कहा कि इलाके में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन जारी है।
मंगलवार को मिली था संदिग्ध देखे जाने की जानकारी
जानकारी के मुताबिक, एलओसी पर कलाल से सटे दराट/मंगलादेई क्षेत्र में तीन संदिग्ध देखे जाने पर भारतीय सेना और पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया। मंगलवार सुबह सात बजे से सर्च जारी है। जंगल का चप्पा-चप्पा खंगाला गया, मगर देर शाम तक कोई सफलता नहीं मिली थी।
एलओसी के पास हुआ था माइन ब्लास्ट
इससे पहले मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में एलओसी के पास एक माइन ब्लास्ट हो गया। इस ब्लास्ट में एक स्थानीय नागरिक घायल हो गया था। सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया था। जानकारी के मुताबिक, स्थानिक नागरिक सीमा के पास से सटे इलाके में अपने काम से जा रहा था। जहां वह एक लैंड माइन की चपेट में आ गया। घायल नागरिक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सेना जांच में जुटी है कि यह धमाका कैसे हुआ है।