बंगाल में राजनीतिक हिंसा का तांडव बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को चार जिलों की 62 सीटों पर तीसरे चरण के लिए मतदान शुरू होते ही विभिन्न जगहों पर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और माकपा कैडरों के बीच हिंसक झड़पें शुरू हो गईं। मुर्शिदाबाद में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई। विभिन्न जगहों पर दो दर्जन से ज्यादा घायल हो गए हैं। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार, बर्दवान के मंगलकोट में तीन और की हत्या कर दी गई है। मुर्शिदाबाद के अलावा महानगर कोलकाता, बर्दवान और नदिया के विभिन्न इलाकों में हिंसक संघर्ष में 28 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
राजनीतिक हिंसा के लिहाज से मुर्शिदाबाद और बर्दवान पहले से ही संवेदनशील जिले माने जा रहे थे। मतदान शुरू होने एक घंटा के भीतर मुर्शिदाबाद के डोमकल इलाके के शिरोपाड़ा गांव में माकपा के एक पोलिंग एजेंट तहिदुल इस्लाम की हत्या कर दी गई। वहां तृणमूल कांग्रेस और माकपा कैडरों के बीच जमकर देसी बम विस्फोट किए गए। इसी संघर्ष में बुरी तरह जख्मी तहिदुल को गोली मार दी गई। वहां दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
डोमकल से वाममोर्चा के उम्मीदवार हैं पूर्व मंत्री अनिसुर रहमान और तृणमूल के सौमिक हुसैन, जो बाहुबली माने जाने वाले तृणमूल नेता मन्नान हुसैन के बेटे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी का आरोप है कि शिरोपाड़ा में मतदाताओं को बूथ तक जाने से रोका जा रहा था। तृणमूल समर्थकों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी। हालात का जायजा लेने तहिदुल अपने बूथ से निकले और बम लगा। गिरने पर उन्हें गोली मार दी गई। अधीर चौधरी के अनुसार, बांग्लादेशी स्मग्लरों को तृणमूल ने चुनाव में उतारा है।
कोलकाता के बेलेघाटा और बेलगछिया इलाकों में हिंसा और बूथ दखल की शिकायतें चुनाव आयोग को मिली हैं। काशीपुर में बूथ दखल करने के और चुनाव आयोग के खिलाफ आपत्तिजनक मंतव्य करने के आरोप में तृणमूल कांग्रेस के नेता अनवर खान (फोटो में) को गिरफ्तार कर लिया गया है। सुबह उन्होंने अपने समर्थकों को बूथ दखल करने का निर्देश देते हुए चुनाव आयोग के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। आयोग के निर्देश पर कोलकाता के पुलिस कमिश्नर सोमेन मित्र ने पहले तो उन्हें उनके घर में ही नजरबंद कर दिया। बाद में वे पुलिस को चकमा देकर निकल भागे और उन्हें दमदम से गिरफ्तार कर लिया गया।
बर्दवान के केतुग्राम और मंगलकोट के इलाकों से राजनीतिक हिंसा की खबरें मतदान शुरू होते ही आने लगीं। केतुग्राम में तृणमूल समर्थकों पर माकपा के एक कैडर के कान काट लेने और पैर तोड़ देने का आरोप है। इस मामले में चार लोग पकड़े गए हैं। खंडघोष, पूर्वस्थली, मंगलकोट, गलसी, केतुग्राम, गएशपुर आदि इलाके में तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी कार्यकर्ताओं या फिर तृणमूल के दो गुटों के बीच हिंसक संघर्ष की खबरें हैं।