देश में कोरोना वायरस के केस एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। राजधानी दिल्ली, यूपी, कर्नाटक समेत ऐसे 10 राज्य हैं जहां खतरे के संकेत मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इस मुद्दे पर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। सभी पक्षों को सुनने के बाद पीएम मोदी ने राज्यों को संबोधित किया और बताया कि आगे क्या रणनीति अपनाई जाना चाहिए।
बैठक में सभी पक्षों को सुनने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। हमने देखा है कि कई देशों में इसके नए वेरिएंट आए हैं। भारत में हम कोरोना को काबू करने में सक्षम रहे हैं। कुछ राज्यों में जिस तरह के केस बढ़े हैं, उससे हमें अलर्ट करने की जरूत है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 2 वर्षों में कोरोना को लेकर ये हमारी 24वीं बैठक है, कोरोना काल में जिस तरह केंद्र और राज्यों ने मिलकर काम किया है और जिन्होंने कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है मैं सभी कोरोना वॉरियर्स की प्रशंसा करता हूं।
कोरोना स्थिति पर समीक्षा बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि जो युद्ध की परिस्थिति पैदा हुई है, जिससे सप्लाई चैन प्रभावित हुई है, ऐसे माहौल में दिनों-दिन चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। ये वैश्विक संकट अनेक चुनौतियां लेकर आ रहा है। ऐसे में केंद्र और राज्य के बीच तालमेल को और बढ़ाना अनिवार्य हो गया है।
उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ नेशनल और ग्लोबल स्थिति को लगातार मॉनिटर कर रहे हैं। संक्रमण को शुरुआत में ही रोकना हमारी प्राथमिकता पहले भी थी, आज भी यही रहना चाहिए। टेस्ट,ट्रैक, ट्रीट की हमारी स्ट्रैटेजी को भी हमें उतने ही प्रभावी तौर पर लागू करना है।
साथ ही उन्होंने कहा कि बढ़ती गर्मी के समय में हम अलग-अलग स्थानों पर हम आग की बढ़ती हुई घटनाएं देख रहे हैं। पिछले साल कई अस्पतालों में आग लगी, वो बड़ी दर्दनाक स्थिति थी। मेरा सभी राज्यों से आग्रह है कि हम अभी से अस्पतालों का सेफ्टी ऑडिट कराएं, सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता करें।
वहीं, पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमत का बोझ कम करने के लिए केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में पिछले नवंबर में कमी की थी। राज्यों से भी आग्रह किया गया था कि वो अपने यहां टैक्स कम करें। कुछ राज्यों ने तो अपने यहां टैक्स कम कर दिया, लेकिन कुछ राज्यों ने अपने लोगों को इसका लाभ नहीं दिया गया।
पीएम मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र,पश्चिम बंगाल,तेलंगाना,आंध्र प्रदेश,केरल,झारखंड, तमिलनाडु ने किसी न किसी कारण से केंद्र सरकार की बातों को नहीं माना और उन राज्य के नागरिकों पर बोझ पड़ता रहा। मेरी प्रार्थना है कि नंवबर में जो करना था, अब वैट कम करके आप नागरिकों को इसका लाभ पहुंचाएं।
पीएम मोदी ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर के अपग्रेड का काम तेजी से चलता रहे, ये सुनिश्चित करना चाहिए। बिस्तर, वेंटिलेटर और पीएसए ऑक्सीजन प्लांट जैसी सुविधाओं के लिए हम काफी बेहतर स्थिति में हैं लेकिन ये सुविधाएं कार्यांवित रहे, हमें ये भी सुनिश्चित करना होगा।
उन्होंने कहा कि पिछले 2 हफ्तों से मामले जो बढ़ रहे है उससे हमें अलर्ट रहना है। 2 साल के भीतर में देश ने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर ऑक्सीजन सप्लाई तक कोरोना से जुड़े हर पक्ष में जो आवश्यक है उसे देने का काम किया है। तीसरी लहर में स्थितियां अनियंत्रित होने की खबर नहीं आई।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत के 96% वयस्क आबादी को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है और 15 साल के ऊपर बच्चों को करीब 85% लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है। मार्च में हमने 12-14 वर्ष के बच्चों के लिए टीकाकरण शुरु कर दिया था। कल 6-12 वर्ष के बच्चों के लिए भी को-वैक्सीन टीके की अनुमति मिल गई है।
पीएम मोदी ने कहा कि देश में सभी वयस्कों के लिए प्रीकॉशन डोज भी उपलब्ध है।तीसरी लहर के दौरान हमने हर दिन 3 लाख से अधिक केस देखे। हमारे सभी राज्यों ने इन्हें हैंडल भी किया और बाकी सभी सामाजिक, आर्थिक गतिविधियों को भी गति दी।
बता दें कि देश में बीते एक दिन में कोरोना वायरस के करीब तीन हजार नए मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 2,927 नए मामले सामने आए हैं और 2,252 मरीज ठीक हुए हैं। अभी देश में कोरोना के 16,279 सक्रिय मरीज हैं। राष्ट्रीय दैनिक सकारात्मकता दर 0.58% है।