नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा है कि नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन को मोदी सरकार द्वारा किए गए संरचनात्मक सुधारों को देखने के लिए कुछ समय देश में बिताना चाहिए।
हालही में नोबेल विजेता अमर्त्य सेन ने कहा था कि भारत ने 2014 के बाद से पीछे की ओर एक लंबी छलांग लगायी है। जिसका जवाब अब राजीव कुमार ने दिया है।
उन्होंने एक साक्षात्कार में पीटीआई को बताया, "मैं चाहता हूं कि प्रोफेसर अमर्त्य सेन भारत के भीतर कुछ समय बिताएंगे और वास्तव में जमीन पर स्थितियों को देखेंगे।'' उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान देने से पहले मोदी सरकार द्वारा पिछले चार वर्षों में किए गए सभी कार्यों की समीक्षा करें।
राजीव कुमार वर्तमान सरकार के बारे में सेन की हाल की गई टिप्पणियों के बारे में एक प्रश्न का जवाब दे रहे थे। कुमार ने कहा, "मैं वाकई उन्हें चुनौती देना चाहूंगा कि चार साल की अन्य और कोई अवधि दिखाएं जिसमे भारत को क्लीनर, समावेशी और अधिक देखभाल करने वाली अर्थव्यवस्था बनाने के लिए इतना काम किया गया है।"
उन्होंने कहा, "यदि ये चीजें उसके लिए साफ नहीं हैं, तो मुझे लगता है कि उन्हें यहां कुछ समय बिताना चाहिए।''
सेन ने हालही में अपनी किताब 'भारत और उसके विरोधाभास' को जारी करने के अवसर पर यह मोदी सरकार को लेकर ये टिप्पणियां की थी। यह उनकी किताब 'एन अनसर्टेन ग्लोरी: इंडिया एंड इट्स कंट्राडिक्शन' का हिन्दी संस्करण है।