पाकिस्तानी हिन्दू शरणार्थी विकेश कुमार से आउटलुक ने फोन पर बातचीत की, जिसमें उन्होंने बताया कि वह 17 अक्टूबर, 2015 से दक्षिणी दिल्ली की संजय कॉलोनी में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह इंजीनियरिंग के छात्र हैं। उन्होंने बारहवीं की बोर्ड परीक्षा और दसवीं की परीक्षा हैदराबाद सिंध पाकिस्तान से उत्तीर्ण की है। उनके भाई कावेश ने अपनी दसवीं और बारहवीं की परीक्षा बीएस सुक्कर सिंह इंटरमीडिएट कॉलेज से उत्तीर्ण की है। विकेश ने बताया कि वह और उनका भाई कावेश अब इग्नू में अपनी आगे की शिक्षा लेना चाहते हैं, लेकिन छात्र वीजा न होने के नाते उन्हें दाखिला नहीं मिल रहा है।
विकेश ने बताया कि वह अपने पूरे परिवार के साथ यहां रहते हैं। पाकिस्तान से विज़्टिंग वीजा लेकर यहां आए थे, लेकिन अब वह वापस नहीं जाना चाहते हैं, इसके लिए वह हर साल पाकिस्तान में रेज़िडेंट पास (आरपी) के लिए भी आवेदन करते हैं।
बातचीत में विकेश ने बताया कि वह छात्र वीजा के लिए पाकिस्तान नहीं जाना चाहते हैं। उनका कहना है कि अगर वह पाकिस्तान वापस जाएंगे तो, शायद हिंदुस्तान वापस न आ सकें। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान दूतावास में छात्र वीजा का आवेदन करने के लिए उन्हें अपनी शिक्षा से संबंधी सारे विवरण देने होंगे जैसे, पढ़ाई के लिए कहां जाना है, किस कॉलेज में दाखिला लेना है,किस विषय में शिक्षा लेनी है आदि।
अंत में विकेश ने बताया कि वह और कावेश दोनों ही स्नातक की शिक्षा के लिए इग्नू में दाखिला लेना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि उनके कई रिश्तेदार भी यहीं रहते हैं जिसके कारण वह और उनका परिवार वापस नहीं जाना चाहते। विकेश ने बताया कि पाकिस्तान में उन्हें कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ रहा था। उन्होंने कहा कि न सिर्फ पाकिस्तान ही बल्कि यहां भी उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अंत में उन्होंने कहा कि दाखिला न मिलने के कारण उनका काफी समय ज़ाया हो रहा है। उन्होंने कहा, दाखिले के लिए हमारी मदद करिये।