सेना ने कहा कि यह कार्रवाई पाक को संदेश है कि शवों के साथ इस तरह की कायरतापूर्ण कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और भारत की ओर से तुरंत और करारा जवाब दिया जाएगा।
इससे पहले पाकिस्तानी सेना के कमांडो ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास कुपवाड़ा के माछिल में तीन भारतीय जवानों की हत्या कर दी और इनमें से एक के शव को क्षत-विक्षत कर दिया था। शहीद हुए जवानों में मनोज कुमार कुशवाहा, प्रभु सिंह और शशांक कुमार सिंह शामिल हैं।
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को सह-सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत ने इन हत्याओं के बारे में जानकारी दी। पर्रिकर ने ट्वीट किया, 'सैनिकों की कायरतापूर्ण और बर्बर हत्या किए जाने तथा एक जवान के शव को क्षत-विक्षत करने की हम भर्त्सना करते हैं। इन बहादुर जवानों के बलिदान को सलाम'।
मंगलवार दोपहर के करीब 12 से 1 बजे के आसपास जब भारतीय सैनिक एलओसी पर गश्त लगा रहे थे, तो पाकिस्तानी सैनिकों ने पहले सीजफायर का उल्लंघन किया, फिर इसी दौरान फायरिंग की आपाधापी में तीन जवानों की ये टीम अपनी पेट्रोलिंग टीम से बिछड़ गई। घने जंगल का फायदा उठाकर घात लगाकर बैठे पाक बार्डर एक्शन टीम ने इन जवानों पर हमला बोल दिया।
हमले में तीन जवान शहीद हो गए। इस इलाके में भारतीय चौकियां पाकिस्तान सीमा के करीब हैं और बीहड़ इलाके तथा घने जंगल होने के कारण घुसपैठियों को फायदा मिल जाता है।