बीएमसी में शिवसेना भाजपा से आगे है। नागपुर, नासिक, अमरावती पुणे औ र आकोला में भाजपा आगे है। ठाणे, उल्हासनगर और पिंपरी में शिवसेना का डंका बजता दिख रहा है।
नतीजों पर सबकी नजर है क्योंकि दो दशकों में पहली बार भाजपा और शिवसेना ने अलग-अलग चुनाव लड़ा है। शिवसेना-भाजपा की साख दांव पर है। हाल के दिनों में दोनों पार्टियां जिस तरह से एक-दूसरे पर हमलावर रही हैं, वैसे में ये नतीजे दोनों ही पार्टियों के लिए काफ़ी मायने रखते हैं। निकाय चुनावों के लिए इस बार रिकॉर्ड 56% मतदान हुआ था।
शिवसेना के सूत्रों का दावा है कि पार्टी के आंतरिक सर्वेक्षण में उसे 202 में से 110 सीटें मिलने की संभावना है। भाजपा के सूत्रों का कहना है कि उनकी पार्टी अपने दम पर 108 सीटें जीतने को लेकर आश्वस्त है। निकाय चुनावों में जीत के लिए 114 सीटों की जरूरत है। महानगरपालिका की 1268 सीटों के लिए कुल 9,208 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा।