पॉकेट मनी पर यह खुलासा भाजपा नेता सुरेश खन्ना द्वारा पूछे गए एक सवाल से हुआ। खन्ना ने जानना चाहा था कि वर्तमान मंत्रिमंडल के सदस्यों ने बतौर पॉकेट मनी कितना खर्च किया है। मुख्यमंत्री ने सवाल का जवाब देते हुए विधानसभा में यह जानकारी दी। सुरेश कुमार खन्ना ने साथ ही मुख्यमंत्री से पूछा था कि मितव्ययता की दृष्टि से पॉकेट मनी कम खर्च हो, इसके लिए सरकार ने क्या उपाय किए हैं।
जवाब में मार्च 2012 से मार्च 2016 के बीच मंत्रियों के पॉकेट मनी के खर्च के ब्योरे के साथ ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि पॉकेट मनी की मितव्ययता की दृष्टि से गोपन अनुभाग ने मंत्रियों को सूबे के अंदर भ्रमण के दौरान ढाई हजार रुपये रोजाना और प्रदेश से बाहर व देश के अंदर भ्रमण के दौरान तीन हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से फुटकर खर्च की सीमा तय की है।
अरुण कुमार कोरी और आजम खान के अलावा कैलाश चौरसिया 22,85,900 रुपए, शिव कुमार बेरिया (पूर्व मंत्री) 21,93,900 रुपए, अरविंद सिंह गोप 21,87,900 रुपए, शादाब फातिमा 72,500 रुपये, सुधीर कुमार रावत 1,22,500 रुपये, शैलेंद्र यादव ललई 1,54,000 रुपये और राधेश्याम सिंह ने 1,57,500 रुपये खर्च किए।