पुलिस की गोली से मरने वाले लोगों में न तो रामवृक्ष है और न ही उसके साथी। आग से जलकर जिन लोगों की मौत हुई है उनमें कई ऐसे थे जो मौके से भाग नहीं पाए। फिर भी पुलिस जलकर मरने वाले शवों का डीएनए टेस्ट करवाएगी ताकि हकीकत पता चल सके। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक कह चुके हैं कि अगर रामवृक्ष्ा जिंदा होगा तो जल्द पकड़ा जाएगा। कुछ पुलिस अधिकारियों का मानना है कि वह जिंदा है और अपने साथियों के साथ भाग गया है।
गौरतलब है कि जवाहर बाग को खाली काने में मथुरा के एसपी मुकुल द्विवेदी और फरह के एसओ संतोष कुमार शहीद हो गए थे वहीं दो दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। वहीं, 20 से ज्यादा कब्जाधारियों की भी मौत हो गई। इस पूरे मामले ने प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्योंकि पिछले दो साल से जवाहर बाग में कब्जा जमाए इन सत्याग्रहियों के पास बड़ी मात्रा में हथियार कैसे पहुंचे यह पहेली बना हुआ है। इसको लेकर भाजपा, कांग्रेस और बसपा ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है।