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एफबीआई लैब: जहर से नहीं हुई थी सुनंदा की मौत

कांग्रेस सांसद शशि थरुर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में एफबीआई जांच रिपोर्ट में आज एक नया खुलासा सामने आया है। अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट से पता चला है कि सुनंदा की मौत किसी प्रकार के जहर से नहीं हुई थी।
एफबीआई लैब: जहर से नहीं हुई थी सुनंदा की मौत

एफबीआई की रिपोर्ट के अनुसार सुनंदा के शरीर में पोलोनियम या कोई अन्य रेडियोएक्टिव पदार्थ नहीं पाया गया। इस संबंध में दिल्ली पुलिस ने एफबीआई की जांच रिपोर्ट के तथ्यों को साझा करते हुए बुधवार को बताया कि सुनंदा पुष्कर के विसरा के नमूने में विकिरण का स्तर सुरक्षित मानक नियमों के अंदर पाया गया है। गौरतलब है कि 51 साल की सुनंदा पुष्कर की पिछले साल संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उनकी लाश दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में पाई गई थी।

 

जानकारी के मुताबिक सुनंदा की लाश का पोस्टमार्टम करने वाले एम्स के डॉक्टरों के पैनल ने कहा था कि सुनंदा की मौत किसी खास जहर के कारण हुई है जिसकी जांच भारत के लैब में नहीं हो सकती। डॉक्टरों की इस राय पर पुलिस ने इस हाई प्रोफाइल मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए 2015 के फरवरी में सुनंदा के विसरा को वाशिंगटन स्थित एफबीआई लैब में जांच के लिए भेजा था। एफबीआई ने अपनी रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को भेज दी है। पुलिस अब इस रिपोर्ट के आधार अपनी जांच को आगे बढ़ाएगी। दिल्ली के पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी ने कहा कि इस हाई प्रोफाइल मामले में आगे की कोई कार्रवाई करने से पहले वाशिंगटन डीसी स्थित प्रयोगशाला की रिपोर्ट को पड़ताल के लिए एक मेडिकल बोर्ड को दिया जाएगा। हालांकि एफबीआई रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए एम्स के फोरेंसिक प्रमुख सुधीर गुप्ता अब भी इस राय पर कायम हैं कि सुनंदा की मौत का कारण शरीर में जहर का फैलना है। हालांकि यह पूछे जाने पर कि क्या पोलोनियम 210 (एक रेडियोएक्टिव आइसोटोप) की वजह से मौत हुई, उन्होंने कहा कि इसका दायरा काफी विस्तृत है। गुप्ता ने कहा कि ऐसे नतीजे हैं जिनसे इस बात की पुष्टि होती है कि मौत जहर फैलने के चलते हुई। हमने उनकी मौत के अन्य कारणों को हटाने के बाद यह निष्कर्ष निकाला।

 

 

जनवरी 2014 में सुनंदा का शव दिल्ली के लीला होटल में मिलने पर शुरुआत में पुलिस इसे स्वाभाविक मौत का मामला मान रही थी। लेकिन बाद में जनवरी 2015 में दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी।  गौरतलब है कि 2010 में कांग्रेस नेता शशि थरूर से विवाह करने वाली सुनंदा पुष्कर की मौत से पहले पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार से ट्विटर पर बहस हुई थी। यह बहस थरूर के साथ मेहर के कथित संबंधों को लेकर हुई थी। इस मामले की जांच में पुलिस ने शशि थरूर से जुड़े 6 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट  करवाया था। सांसद थरूर से भी पुलिस कई बार पूछताछ कर चुकी है।

 

 

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