सूत्राें ने बताया कि जकार्ता में भारतीय दूतावास में प्रथम सचिव संजीव कुमार अग्रवाल ने आज उस हिरासत केंद्र में करीब आधे घंटे तक राजन से बातचीत की जहां उसे पिछले रविवार को गिरफ्तार करने के बाद से रखा गया है। पहली बार किसी भारतीय अधिकारी ने उससे जेल में मुलाकात की है।
मुंबई में जन्मे राजन को इंटरपोल के रेड काॅर्नर नोटिस के आधार पर इंडोनेशिया के बाली में गिरफ्तार किया गया था। भारत और इंडोनेशिया के बीच प्रत्यर्पण संधि नहीं होने की स्थिति में भारतीय अधिकारी उसका निर्वासन कराने के लिए उसकी भारतीय पहचान के बारे में इंडोनेशियाई अधिकारियों को पहले ही दस्तावेज मुहैया करा चुके हैं।
सीबीआई, मुंबई पुलिस और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का संयुक्त दल उसके भारत निर्वासन के लिए प्रयास करेगा। मुंबई पुलिस की ओर से उसके खिलाफ 75 मामले दर्ज हैं वहीं दिल्ली पुलिस द्वारा उसके खिलाफ छह मामले दर्ज हैं। एक समय दाउद इब्राहिम का करीबी रहा राजन 1993 के मुंबई श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों के बाद उसका दुश्मन बन गया था। सुरक्षा एजेंसियों के पूर्व अधिकारियों की राय है कि हो सकता है कि राजन ने खराब सेहत और दाउद के गुर्गे छोटा शकील से खतरे के चलते समर्पण कर दिया हो।