बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में आई बाढ़ के लिए भारत को दोषी ठहराने संबंधी खबरों के बीच विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को इन्हें ‘‘तथ्यात्मक रूप से गलत’’ बताते हुए खारिज कर दिया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यहां प्रेस वार्ता के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हमने बांग्लादेश में बाढ़ पर खबर देखी है, यह भ्रामक है और तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है और इसमें भारत सरकार द्वारा हाल में जारी प्रेस विज्ञप्तियों में उल्लेखित तथ्य की अनदेखी की गई है, जिसमें स्थिति को स्पष्ट किया गया है।’’
पिछले दिनों कुछ खबरों में दावा किया गया है कि बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में बाढ़ भारत में एक बांध के गेट खोलने के कारण आई है। जायसवाल ने कहा कि पूर्वी त्रिपुरा और पूर्वी बांग्लादेश में बाढ़ ‘‘लगातार और अत्यधिक बारिश के कारण आई है’’।
जायसवाल ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार और ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग के बीच हुई बातचीत का ब्योरा भी साझा किया। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ दिन पहले ही उन्होंने हमारे संबंधों के कई पहलुओं पर चर्चा की थी। उन्होंने इस बारे में भी बात की कि भारत किस तरह बांग्लादेश के साथ मिलकर काम करना जारी रखना चाहेगा, ताकि दोनों देशों के लोगों की समृद्धि, सुरक्षा और विकास की साझा आकांक्षाओं को पूरा किया जा सके।’’
जमात-ए-इस्लामी बांग्लादेश पर प्रतिबंध हटाए जाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हम इसे बांग्लादेश का आंतरिक मामला मानते हैं।’’ बांग्लादेशी नागरिकों के लिए वीजा की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हम चिकित्सा और आपातकालीन उद्देश्यों के लिए सीमित तरीके से वीजा जारी कर रहे हैं।’’
भारत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हाल की यूक्रेन यात्रा से ‘‘मजबूत द्विपक्षीय संबंधों’’ का मार्ग प्रशस्त होगा तथा रूस-यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की संभावना पर अधिक दूरगामी चर्चा को बढ़ावा मिलेगा। जायसवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘मित्रों और साझेदारों के रूप में, हम किसी भी व्यवहार्य और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान या प्रारूप का समर्थन करेंगे जिससे शांति बहाल हो सके।’’
उन्होंने मोदी की हाल की यूक्रेन यात्रा और उस पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर जेलेंस्की द्वारा जारी बयान पर पूछे गए कई प्रश्नों के उत्तर भी दिए। जायसवाल ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि यूक्रेनी पक्ष के पास विभिन्न मुद्दों और मामलों पर अपना दृष्टिकोण है और वे इसे मीडिया के साथ साझा कर रहे हैं।’’
प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने ‘‘इस संघर्ष का बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने के लिए सभी हितधारकों के साथ रचनात्मक और व्यावहारिक भागीदारी की हमेशा वकालत की है।’’