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दिवाली से एक दिन पहले पाक गोलीबारी में कई भारतीय जवान शहीद, बीएसएफ- उठाना चाहिए मानवाधिकार उल्लंघन का मुद्दा

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिरीक्षक राजेश मिश्रा ने पाकिस्तानी सेना पर पिछले शुक्रवार को संघर्ष...
दिवाली से एक दिन पहले पाक गोलीबारी में कई भारतीय जवान शहीद, बीएसएफ- उठाना चाहिए मानवाधिकार उल्लंघन का मुद्दा

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिरीक्षक राजेश मिश्रा ने पाकिस्तानी सेना पर पिछले शुक्रवार को संघर्ष विराम के उल्लंघन के दौरान भारी तोपों के इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए कहा कि पड़ोसी देश के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघन के मुद्दों को उठाया जाना चाहिए। 

मिश्रा ने कहा कि शुक्रवार को हुए सघर्ष विराम उल्लंघन के दौरान कश्मीर में कई नागरिक एवं सुरक्षा बलों के जवान मारे गये थे। वहीं भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है।

उन्होंने यहां रविवार को उस दिन शहीद हुए जवानों की श्रद्धांजलि समारोह के बाद संवाददाताओं से कहा,“ संघर्ष विराम उल्लंघन में, पाकिस्तान ने उत्तरी कश्मीर में सुरक्षा बल की चौकियों और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने के लिए भारी तोपों का इस्तेमाल किया। पाकिस्तान की गोलाबारी के कारण सुरक्षा बलों को जान माल का नुकसान हुआ। नागरिकों को बहुत नुकसान पहुँचा, जिसमें संपत्ति क्षति और जीवन का नुकसान भी शामिल है।”

गौरतलब है कि उत्तरी कश्मीर के तीन जिलों में शुक्रवार को पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन के दौरान की गयी भारी गोलीबारी में छह नागरिक, सेना के चार जवान तथा बीएसएफ का उप निरीक्षक समेत 11 लोगों की मौत हो गयी थी तथा कई अन्य घायल हो गये थे। कुपवाड़ा, बारामूला एवं बांदीपोड़ा जिलाें के कई सीमावर्ती गांवों के कई आवासीय मकान भी क्षतिग्रस्त हो गये है।

भारतीय सेना द्वारा शुक्रवार को जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को हुए नुकसान के बारे में पूछे गये एक सवाल का जवाब में उन्होंने कहा कि उन विवरणों को अभी आना बाकी है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना द्वारा जवाबी कार्रवाई के दौरान पाक के हमलों को भारी झटका दिया गया है।

आईजी ने कहा कि 250 से 300 आतंकवादी नियंत्रण रेखा के इस तरफ घुसने के लिए पाक के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में लॉन्च पैड पर इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ रोधी ग्रिड आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश को विफल करने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद हैं। उन्होंने कहा, "अभी तक हम पीओके से घुसपैठ की ज्यादातर कोशिशों को नाकाम कर रहे हैं। हम निश्चित हैं कि आतंकवादियों द्वारा इस ओर घुसपैठ करने या अशांति पैदा करने के किसी भी प्रयास को सुरक्षा बलों के जवान प्रभावी तरीके से नाकाम कर देंगे। ”

पाक गोलाबारी के दौरान नागरिकों को होने वाले नुकसान के बारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए अपने संदेश के बारे में, श्री मिश्रा ने कहा कि पाकिस्तानी सेना द्वारा मानवाधिकारों के उल्लंघन के मुद्दों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ उठाया जाना चाहिए।

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