एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि प्रदर्शनकारी भीड़ के तोड़फोड़ पर उतर आने के चलते तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया गया है। करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित समीपवर्ती हिसार छावनी से सेना की इकाइयों को रोहतक के लिए रवाना कर दिया गया। जयपुर से भी सेना की इकाइयों को बुलाया जा रहा है।
हिंसक भीड़ द्वारा राज्य के विभिन्न हिस्सों में की गई आगजनी के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई और 25 अन्य घायल हो गए। रोहतक में हिंसक भीड़ ने कुछ पुलिसकर्मियों को बंधक बनाने के साथ ही राज्य के वित्त मंत्री अभिमन्यु के घर को आग लगा दी। रोहतक, झज्जर , हांसी तथा कई अन्य जगहों पर कई सरकारी और निजी संपत्तियों को को भी आग के हवाले कर दिया।
आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग में आरक्षण की मांग कर रहे आंदोलनकारियों ने हिसार और रोहतक में टोल प्लाजा समेत पुलिस और निजी वाहनों, इमारतों, कार्यालयों को भी निशाना बनाया। हरियाणा के डीजीपी यशपाल सिंघल ने चंडीगढ़ में एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि तोड़फोड़ पर उतारू भीड़ में से किसी व्यक्ति द्वारा चलाई गई गोली में घायल हुए बीएसएफ जवान द्वारा आत्मरक्षा में चलायी गई गोली से एक व्यक्ति मारा गया।
राज्य पुलिस प्रमुख ने बताया कि हालात के बेकाबू होने के चलते हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित आठ जिलों रोहतक, झज्जर, जींद, भिवानी, हिसार, कैथल, पानीपत और सोनीपत में सेना को बुला लिया गया है। दिल्ली में सूत्रों ने सेना के नौ कालम भेजे जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि करनाल में भी सेना भेजी जा रही है। रोहतक में स्नातकोत्तर चिकित्सा विज्ञान एवं अस्पताल संस्थान में प्रशासन ने बताया कि यहां दाखिल कराए गए 25 में से 19 लोग गोली लगने से घायल हुए थे। उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति का आपरेशन किया गया और उसकी हालत स्थिर है।
हरियाणा के जिन विभिन्न जिलों में जाट आंदोलन का प्रभाव देखने को मिला उनमें रोहतक, झज्जर, भिवानी, हिसार, फतेहाबाद, करनाल, जींद, यमुनानगर, सिरसा एवं गुडगांव शामिल हैं। इन स्थानों पर सडक परिवहन बाधित रहा। हरियाणा रोडवेज ने प्रभावित जिलों में स्थानीय एवं अंतरराज्यीय बस सेवाओं को निलंबित कर दिया। रोहतक एवं झज्जर सहित विभिन्न जिलों की मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।