कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को ‘‘संस्थागत चोरी’’ करार देते हुए शुक्रवार को आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग गरीबों का मताधिकार छीनने के उद्देश्य से इस ‘‘चोरी’’ को अंजाम देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ ‘‘खुलेआम सांठगांठ’’ कर रहा है।
गांधी ने अपने यूट्यूब चैनल पर जारी एक वीडियो में आरोप लगाया कि बिहार में एसआईआर इसलिए लाया गया क्योंकि निर्वाचन आयोग जानता है कि ‘‘हमने उनकी चोरी पकड़ ली है।’’
राहुल गांधी ने दावा किया कि चुनाव आयोग गरीबों के वोटिंग राइट्स को छीनने के इरादे से इस 'चोरी' को अंजाम देने के लिए बीजेपी के साथ 'खुलेआम मिलीभगत' कर रहा है।
राहुल गांधी नेअपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो जारी कर आरोप लगाया कि बिहार में एसआईआर को इसलिए लाया गया है क्योंकि चुनाव आयोग जानता है कि हमने उनकी चोरी पकड़ ली है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग और भाजपा चुनावों की चोरी के लिए मिलीभगत कर रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के एक दिन बाद, जिसमें उन्होंने देश भर के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में कथित तौर पर इस्तेमाल किए जा रहे 'वोट चोरी' मॉडल की ओर इशारा किया था, राहुल ने कांग्रेस द्वारा की गई जांच और 2024 के लोकसभा चुनावों से कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र के आंकड़ों के विश्लेषण से क्या पता चलता है, इसकी व्याख्या करते हुए एक वीडियो जारी किया।
राहुल गांधी वीडियो में अपने दावों को दोहराते हुए कहा कि कर्नाटक की बैंगलोर सेंट्रल लोकसभा सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में पांच तरह की हेराफेरी के जरिए 1 लाख से अधिक वोट 'चुराए' गए।
राहुल गांधी ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,250 वोट चोरी हुए। मुझे पूरा विश्वास है कि भारत में ऐसी 100 से ज्यादा सीटें हैं। यहां जो हुआ है, वही इन सीटों पर भी हुआ है। अगर भाजपा की 10-15 सीटें कम होतीं, तो मोदी प्रधानमंत्री नहीं होते और भारत में इंडी गठबंधन की सरकार होती।
कांग्रेस नेता का दावा है कि महादेवपुरा क्षेत्र में 1,00,250 वोटों की चोरी हुई, जिसमें 11,965 डुप्लीकेट मतदाता, 40,009 फर्जी और अमान्य पते वाले, 10,452 बल्क मतदाता या एकल पते वाले मतदाता, 4,132 अवैध फोटो वाले मतदाता और 33,692 नए मतदाताओं के फॉर्म 6 का दुरुपयोग करने वाले मतदाता शामिल हैं।