हिजबुल आतंकवादी बुरहान वानी की 9 जुलाई को सेना के साथ मुठभेड़ में हुई मौत के बाद से कश्मीर घाटी में हिंसा और प्रदर्शन का दौर जारी है। इन प्रदर्शनों में अब तक 42 लोगों की मौत हुई हैं। रक्षा प्रवक्ता ने श्रीनगर में कहा, सेना काजीगुंड के चुरट की कल की घटना में हुई दुर्भाग्यपूर्ण जनहानि पर गहरा अफसोस जताती है जिसमें सैनिकों को तब गोली चलाने पर बाध्य होना पड़ा था जब एक बड़ी भीड़ हिंसक होकर पथराव करने लगी और सैनिकों से हथियार छीनने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि सेना कल की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गए लोगों के शोक संतप्त परिवारों और घायलों को हर संभव सहायता देगी। प्रवक्ता ने कहा, घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। सेना ने लोगों से शांति बनाए रखने और सुरक्षा बलों या उनके वाहनों पर हमला नहीं करने की अपील की।
प्रवक्ता ने आगे कहा, सेना ने आज लोगों से शांति बनाए रखने और सुरक्षा बलों, उनके वाहनों या संस्थानों पर हमला नहीं करने तथा ऐसी परिस्थिति पैदा नहीं करने की अपील की जिसमें सुरक्षा बलों के पास आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचता। पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि चुरट काजीगुंड में सड़क से नाकेबंदी हटाने वाले सुरक्षा बलों के एक दल पर उपद्रवियों ने दो तरफ से भारी पथराव शुरू कर दिया था। कुछ उपद्रवियों ने उनसे उनके हथियार छीनने का प्रयास किया तथा वाहनों को आग लगाने का प्रयास किया। बार-बार की चेतावनी के बावजूद भीड़ तितर-बितर नहीं हुई और सेना ने मौके से बाहर निकलने के प्रयास के तहत आत्मरक्षा में गोलीबारी की। प्रवक्ता ने बताया कि घटना में तीन व्यक्तियों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हुए हैं।