उन्होंने कहा, ‘किसी भी सभ्य समाज में तीन तलाक पर तुरंत प्रतिबंध लगना चाहिए। जहां तक यूनिफार्म सिविल कोड का सवाल है, मैं यकीन से नहीं कह सकता कि इतने बड़े देश में यह कैसे संभव होगा। भारत बहुत सारी परंपराओं, संस्कृतियों और उप संस्कृतियों वाला देश है। इन सबको एक कानून के तहत लाना बहुत ही मुश्किल लक्ष्य है। सरकार को सिविल कोड का एक मसौदा बनाना चाहिए और उसे इंटरनेट पर जारी कर देना चाहिए। तभी इस पर चर्चा संभव हो पाएगी। इस पर एक साल तक चर्चा होनी चाहिए। अगर कोई विसंगति रह जाती है तो संविधान को बहाल रखना चाहिए। और इस बारे में कोई संशय नहीं होना चाहिए।’ जावेद अख्तर ने कहा कि नेताओं को संवेदनशील मुद्दों पर खामोश रहना चाहिए। (एजेंसी)