राज्य सभा सांसद बेनी प्रसाद वर्मा ने शुक्रवार को बाराबंकी के बारादरी गांव में एक ट्राइसायकिल वितरण कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद कहा, जब महात्मा गांधी की हत्या की गई, संघ के कार्यकर्ताओं को पहले ही बता दिया गया था कि रेडियो खोलकर रखना, अच्छी खबर मिलेगी। उन्होंने कहा, महात्मा गांधी की हत्या के बाद संघ मुख्यालय पर मिठाई बांटी गई थी और तत्कालीन गृह मंत्री सरदार पटेल को उस पर प्रतिबंध लगाना पड़ा था। वर्मा ने यह भी कहा कि पुलिस ने तब एक ऐसे संघ कार्यकर्ता को पकड़ा था जिसे यह कहकर रेडियो खुला रखने को कहा गया था कि अच्छी खबर मिल सकती है। पचहत्तर वर्षीय वर्मा ने जेल में बंद रहे संघ नेता गोलवलकर और पटेल के बीच हुए कथित पत्र व्यवहार के हवाले से यह भी कहा कि पटेल ने संघ मुख्यालय पर मिठाई बांटे जाने को उनके खिलाफ सबसे मजबूत साक्ष्य बताया था।
हाल ही में कांग्रेस का दामन छोड़कर सपा में वापस लौटे वर्मा ने कहा कि आज राहुल गांधी के खिलाफ इस मुद्दे पर मुकदमा चल रहा है। उन्होंने कहा कि संघ के लोग ऐसी हरकतों में लिप्त होते हैं, जिनका साक्ष्य आसानी से नहीं हासिल किया जा सकता। संघ के नेता मनमोहन वैद्य ने हाल ही में राहुल से कहा था कि वह अपने इस दावे की पुष्टि के लिए साक्ष्य दें कि महात्मा गांधी की हत्या के लिए उनका संगठन (संघ) जिम्मेदार था। राहुल ने हाल ही में उच्चतम न्यायालय में कहा था कि वह संघ के खिलाफ अपने बयान पर कायम हैं और महाराष्ट्र की अदालत के समक्ष मुकदमे का सामना करने को तैयार हैं। वर्मा ने केंद्र सरकार को आगाह किया कि देश में 20 करोड़ मुसलमान हैं और यदि उनके साथ कुछ गलत हुआ तो देश में कश्मीर जैसे हालात पैदा हो जाएंगे। वर्मा ने किसानों का कर्ज माफ करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तारीफ की और कहा कि मोदी आजकल अडानी का कर्ज माफ कर रहे हैं।