बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्राइवेट सेक्टर में भी आरक्षण की वकालत की है। सोमवार को प्रदेश्ा की राजधानी पटना में उन्होंने कहा कि मेरी राय है कि निजी क्षेत्र में भी आरक्षण होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने इस पर राष्ट्रीय स्तर पर बहस किए जाने की बात भी कही।
Ppl opposing GST must be asked when was it proposed. First VAT was introduced&now GST. Transition takes time. No point opposing it: Bihar CM pic.twitter.com/jUYu5Ijwqa
— ANI (@ANI) November 6, 2017
नीतीश कुमार के इस बयान का बीजेपी सांसद हुकुमदेव नारायण ने भी समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि 'हां, यह सही है। इस मुद्दे पर राष्ट्रीय स्तर पर बहस होनी चाहिए। नीतीश जी को यह मुद्दा उठाने के लिए बधाई देना चाहता हूं।‘
Yes, this is correct. This must be debated on national level. Want to congratulate Nitish ji for raising this issue: Hukumdev Narayan,BJP MP pic.twitter.com/24XApMEzhW
— ANI (@ANI) November 6, 2017
इसके साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में कहा कि जीएसटी का विरोध करने वाले लोगों से पूछा जाना चाहिए कि यह कब प्रस्तावित था। पहले वैट पेश किया गया था और अब जीएसटी। परिवर्तन में समय लगता है। इसका विरोध करने का कोई मतलब नहीं है।
सीएम नीतीश ने बिहार में गठबंधन को लेकर कहा कि हमने जो भी निर्णय लिए, वह सभी बिहार के हित में थे।
कुछ दिन पहले भी नीतीश ने जीएसटी को बेहतर प्रणाली बताते हुए उसकी तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि जीएसटी के बारे में लोगों तक जानकारी पहुंचाने और फैलाने के काम में अधिकारियों को शामिल किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने लोगों से जीएसटी के बारे में गलत सूचनाओं से सावधान रहने की अपील की थी।