भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम पर जमानत की शर्तों की उल्लंघन करने का आरोप लगाया। पार्टी का आरोप है कि चिदंबरम के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला है और वित्त मंत्री रहते हुए इसमें शामिल हुए थे। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि चिदंबरम के दावे “खुद को प्रमाणपत्र” देने जैसा है। चिदंबरम 106 दिनों की जेल के बाद बुधवार को जमानत पर रिहा हुए थे।
भाजपा नेता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने चिदंबरम को जमानत देते हुए कहा था कि वह अपने खिलाफ दर्ज केस के बारे में नहीं बोलेंगे। जावड़ेकर ने कहा कि उन्होंने इस बारे में जो कुछ कहा है, वह जमानत की शर्तों का उल्लंघन है।
क्या कहा था चिदंबरम ने
पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने जमानत मिलने के बाद कहा था, “मंत्री के रूप में मेरा रिकॉर्ड और मेरा विवेक बिल्कुल साफ है। जिन अधिकारियों ने मेरे साथ काम किया है, जिन उद्यमियों ने मुझसे बातचीत की है और जिन पत्रकारों ने मुझे देखा है, वे इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं। मेरा परिवार भगवान में भरोसा करता है। हमें पूरा विश्वास है कि अदालत अंतत: न्याय देगी।”
आर्थिक मोर्चे पर भी घेरा मोदी सरकार को
चिदंबरम ने कहा, “जीडीपी विकास दर 8 फीसदी से घटकर 4.5 फीसदी पर आ गई है, लेकिन भाजपा के लिए यह अच्छे दिन है।” उन्होंने पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम की उस चेतावनी को भी दोहराया कि अगर मौजूदा सरकार के संदिग्ध तरीकों की वजह से जीडीपी विकास दर 15 फीसदी दर्ज होती है तो वास्तव में विकास दर 5 फीसदी है। चिदंबरम ने कहा कि एनएसएसओ के अनुसार ग्रामीण खपत कम है। ग्रामीण मजदूरी घट रही है। विशेषकर किसानों के लिए पैदावार की कीमतें कम हैं। दैनिक वेतन भोगियों को महीने में 15 दिनों से अधिक समय तक काम नहीं मिल रहा है। एफएमसीजी- टिकाऊ और गैर-टिकाऊ दोनों की बिक्री कम है। थोक भाव ऊपर हैं। सीपीआई बढ़ रही है। प्याज 100 रुपये किलो बिक रहा है। इनका क्या मतलब है?