मायावती ने लखनऊ में जारी एक बयान में कहा कि चाहे कांग्रेस सत्ता में रही हो या फिर भाजपा, दोनों ही पार्टियों की सरकारों ने आरक्षण के मामले में जाट समुदाय के साथ इंसाफ नहीं किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा की भाजपा सरकार भी जाटों के साथ वही कर रही है जो पिछली कांग्रेस सरकार करती थी। अब अन्तत: हरियाणा के जाट समुदाय को अन्य पिछड़े वर्ग के तहत आरक्षण देने की मांग को लेकर आन्दोलन छेड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
आन्दोलनकारियों पर बल का इस्तेमाल और गोलीबारी की निन्दा करते हुए मायावती ने कहा कि जाट समुदाय के लोगों के मन मे हरियाणा सरकार के प्रति बेहद आक्रोश है और वे अब ज्यादा समय तक आश्वासन के सहारे नहीं जीना चाहते। उन्होंने जाट समुदाय की आरक्षण की मांग का पूर्ण समर्थन करते हुए उनसे यह भी अपील की कि वे अपने इस जन-आन्दोलन के व्यापक हित में अपने संघर्ष को योजनाबद्ध, अनुशासित और शांतिपूर्ण तरीके से चलाते रहें, ताकि उनके आन्दोलन को मिलने वाले समर्थन का दायरा और भी व्यापक हो सके।
गौरतलब है कि हरियाणा में आरक्षण की मांग को लेकर जारी जाट आंदोलन के हिंसक होने के बाद कई हिस्सों में स्थिति आज भी तनावपूर्ण है। हरियाणा के मुख्यमंत्राी मनोहर लाल खट्टर सहित कई राजनीतिक नेताओं की शांति की अपील के बावजूद रात को राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुईं। रोहतक, जींद, भिवानी, भुाज्जर, सोनीपत, हिसार जैसे स्थानों में सामान्य जनजीवन प्रभावित है।
राज्य के विभिन्न भागों में हिंसा की घटनाओं को देखते हुए हरियाणा सरकार ने सीआरपीएफ की अतिरिक्त कंपनियां तथा सेना के और काॅलम राज्य में तैनात किए जाने की मांग की है।