ललितगेट में फंसी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर भाजपा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सुषमा स्वराज के साथ पूरी मजबूती से खड़ी रही भाजपा वसुंधरा से किनारा कर रही है। तमाम कोशिशों के बावजूद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने वसुंधरा राजे से मिलने का वक्त नहीं दिया है। माना जा रहा है कि योग दिवस को ललितगेट की कालिख से बचाने के लिए सरकार और पार्टी फिलहाल चुप्पी साधे हुए है और 21 तारीख के बाद इस मामले में कोई सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
भाजपा की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि सुषमा और वसुंधरा दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाए या फिर दोनों मामलों से अलग-अलग तरीके से निपटे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ इस पूरे मामले पर चर्चा की है।सूत्रों ने कहा कि शाह कल शाम प्रधानमंत्री आवास पर उत्तर प्रदेश के किसानों के शिष्टमंडल के साथ गए थे और वे वहां रुक गए और मोदी के साथ इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की।
जिस तरीके से ललित मोदी अपने करीबी नेताओं की पोल खोलते जा रहे हैं और उससे पार्टी की छवि लगातार खराब हो रही है। विपक्षी दल खासकर कांग्रेस इस मामले में भाजपा नेताओं पर तीखे वार कर रही है अौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुप्पी तोड़ने का दबाव बढ़ता जा रहा है। जिस तरह ललित मोदी ने वसुंधरा राजे के साथ घनिष्ठता के आरोप लगाए और वसुंधरा के बेटे दुष्यंत सिंह को फायदा पहुंचाने को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं, उससे भाजपा की मुश्किलें बढ़नी तय हैं।
अमित शाह से मिलने में नाकाम वसुंधरा
इस बीच, अमित शाह से मिलने की वसुंधरा की कोशिशें अभी तक नाकाम रही हैं। माना जा रहा था कि शुक्रवार को वसुंधरा राजे आनंदपुर साहिब में एक कार्यक्रम के दौरान अमित शाह और राजनाथ सिंह से मिल सकती हैं। लेकिन जानकारी मिली है कि अमित शाह ने उन्हें आनंदपुर साहिब में मिलने से मना कर दिया है। जिसके बाद वसुंधरा को अपना पंजाब जाने का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। गौरतलब है कि पिछले 48 घंटों के दौरान भाजपा का कोई भी बड़ा नेता उनके बचाव में खुलकर सामने नहीं आया है। हालांकि, वसुंधरा ने पीठ दर्द की वजह से पंजाब दौरा रद्द करने की बात कही है।