Advertisement

पराली जलाने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई

इस समय धानकटाई का समय चल रहा है। हालांकि किसान पराली जला तो नहीं सकते हैं लेकिन पंजाब और हरियाणा में जला रहे हैं। पराली जलाने से प्रदूषण होता है, जिससे निकली जहरीली गैस पर्यावरण के साथ-साथ लोगों को भी नुकसान पहुंचाती है। सबसे अहम बात यह है कि इससे हवा में धुंए के बादल बन जाते हैं जो अस्थमा के मरीजों के लिए जानलेवा साबित होते हैं। दिल्ली की हवा में इन दिनों पसरा धुंआ दिवाली के पटाखों और पराली जलाने के परिणाम है।
पराली जलाने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई

इसके गंभीर परिणामों को देखते हुए प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड खेतों में पराली जलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करेगा। क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. पीकेएमके दास ने बताया कि इन दिनों धान की कटाई का सीजन जोरों पर है। ऐसे में पराली जलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। 


किसान धान कटाई के बाद पराली अन्य अवशेष जलाने की कोशिश करते हैं। जिससे पर्यावरण प्रदूषित होता है। इससे निकली गैसों के कारण भविष्य में मौसम में बदलाव होने लगते हैं जैसे बारिश में कमी धुएं के कारण बीमारियां होती हैं। मिट्टी में विद्यमान मित्र कीटों में कमी होने के कारण भूमि अनुपजाऊ होने लगती है। इसके साथ-साथ पशुओं के चारे में भी कमी होगी। 

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad