दादरी प्रकरण के बाद से उत्तर प्रदेश सरकार ने सख्त निर्देश दिया है कि सोशल मीडिया या अन्य किसी माध्यम से किसी ने झूठी अफवाह फैलाकर सांप्रदायिक सद् भाव बिगाड़ने की कोशिश की तो पुलिस उससे सख्ती से निपटेगी। पुलिस के एक आला अधिकारी के मुताबिक प्रदेश के सभी जिलो, थानों पर यह निर्देश दे दिया गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए रितु ने जब अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया था कि थाना फतेहपुर के बड़कलां चेक पोस्ट के पास कांस्टेबल एनके त्यागी ने जब गाय भरे ट्रक को रोकने की कोशिश की तो पशु तस्करों ने कुचलकर हत्या कर दी।
रितु के इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से फैलने लगी। उसके बाद पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए इसकी पड़ताल शुरू की। पड़ताल में पाया गया कि पोस्ट में पुलिसकर्मी की मौत के बारे में जो दावा किया गया है वह गलत है। पुलिसकर्मी की मौत एक रेत भरे ट्रक से हुई थी और इस मामले में ड्राइवर को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। पुलिस ने इस पोस्ट को सांप्रदायिक सदभाव बिगाड़ने वाला मानते हुए रितु के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर रितु के समर्थन और विरोध में आवाजे उठने लगी हैं।