Advertisement

किसानों का 'रेल रोको' आंदोलन, पंजाब-हरियाणा में रोकी गई ट्रेनें; ट्रैक पर बैठे किसान

तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है। इसी कड़ी में किसानों का गुरुवार को “रेल...
किसानों का 'रेल रोको' आंदोलन, पंजाब-हरियाणा में रोकी गई ट्रेनें; ट्रैक पर बैठे किसान

तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है। इसी कड़ी में किसानों का गुरुवार को “रेल रोको” अभियान शुरू हो गया है। हरियाणा के अंबाला में किसानों द्वारा रेलवे ट्रैक को ब्लॉक किया गया है। वहीं बिहार के पटना में कई ट्रेनें रोके जाने की खबर है। हालांकि रेलवे प्रशासन ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता रखने के आदेश दिए हैं। माना जा रहा है कि इन राज्यों में प्रदर्शन का असर ज्यादा देखने को मिलेगा।

इससे पहले भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ गुरुवार को देशभर में ट्रेनों के पहिए रोके जाएंगे। आगे टिकैत ने कहा कि दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक देशभर में 'रेल रोको आंदोलन' होगा। इस बार पूरे देश में इस आंदोलन को करने की अपील की गई है। गौरतलब है कि पिछली बार हुए देशव्यापी 'चक्का जाम' में दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड को बाहर रखा गया था। लेकिन,  इस बार 'रेल रोको' आंदोलन हर राज्य में होगा। इसे देखते हुए रेलवे ने भी रेलवे प्रोटेक्शन स्पेशल फोर्से की 20 अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती की है। रेलवे के मुताबिक सबसे अधिक पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।

किसानों के ऐलान के मद्देनजर रेलवे ने भी खास तैयारियां की है। देशभर में रेलवे प्रोटेक्शन स्पेशल फोर्स की 20 अतिरिक्त कंपनियां यानी करीब 20हजार जवान तैनात किए गए हैं। सबसे अधिक पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता रखने के आदेश दिए गए हैं। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के डायरेक्टर जनरल अरुण कुमार ने कहा है, “हम चाहते हैं कि किसान यात्रियों के लिए असुविधा पैदा न करें। हम चाहते हैं कि वे 4 घंटे शांति से बीत जाएं।“ आगे उन्होंने कहा, "मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। हम जिला प्रशासन के साथ संपर्क करेंगे और जगह-जगह नियंत्रण कक्ष बनाएंगे।"

वहीं, राकेश टिकैत ने कहा है कि केंद्र सरकार पिछले 8 महीने से तमाम ट्रेनों को चलने की इजाजत ही नहीं दे रही है जबकि कई तरह की दूसरी बंदिशों को हटा दिया गया है। इससे लोगों को बहुत परेशानी हो रही है। उन्होने कहा कि गुरुवार को होने वाले 'रेल रोको आंदोलन' में गांवों के लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा ने पिछले सप्ताह 'रेल रोको आंदोलन' ऐलान किया था।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad