आतंकी हमले में गुरदासपुर के एसपी (डिटेक्टिव) बलजीत सिंह सहित पुलिस के पांच जवान शहीद हुए हैं। गोलीबारी में तीन नागरिक भी मारे गए हैं। पंजाब पुलिस के अलावा सेना और एनएसजी के कमांडो ने भी थाने में घुसे आतंकवादियों का मुंहतोड़ जवाब दिया। शॉर्ट शूटर और जम्मू-कश्मीर से स्वात कमांडो की टीम गुरदासपुर पहुंची थी। अभियान में सेना के दो हेलिकाॅप्टरों को भी लगाया गया है। हमले में पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा या जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने का संदेह जताया जा रहा है।
आतंकियों ने किए कई हमले
पुलिस ने बताया कि गुरदासपुर के सिविल हाॅस्पिटल में लाए गए घायल आठ लोगों में से गंभीर रूप से घायल सात लोगों को अमृतसर भेज दिया गया। इन सभी की उम्र 15-54 के बीच है। पुलिस के मुताबिक, सेना की वर्दी में आए आतंकियों ने सबसे पहले सड़क किनारे एक ढाबे को निशाना बनाया और पंजाब पंजीकरण वाली एक सफेद रंग की मारूति 800 कार उठा ले गए। इसके बाद, उन्होंने पंजाब रोडवेज की चलती बस में यात्रियों पर गोलियां चलाई और दीनानगर थाने के बगल में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को निशाना बनाया। आखिर में हमलावर दीनानगर थाने में घुस गए। उन्होंने थाना परिसर के उस हिस्से में भी गोलियां चलाई और ग्रेनेड फेंके जहां पुलिसकर्मियों का परिवार रहता है।
रेलवे ट्रेक पर जिंदा बम, कई ट्रेन रद्द
स्वतंत्रता दिवस के महज तीन हफ्ते पहले हमले के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे देश में खासकर पंजाब और पड़ोसी राज्यों के साथ ही केंद्रशासित क्षेत्र चंडीगढ़ में चौकसी बढ़ा दी है। अमृतसर-पठानकोट रेलवे लाइन पर पांच जिंदा बम मिलने के बाद इस रूट की कई रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया गया है।
पाकिस्तान सीमा से घुसने का संदेह
गुरदासपुर में हमला करने वाले आतंकवादियों के बारे में संदेह है कि वे जम्मू और पठानकोट के बीच खुली सीमा अथवा जम्मू जिले के चक हीरा के रास्ते चोरी-छिपे भारत में दाखिल हुए। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को इस तरह से आतंकवादियों के भारतीय सीमा में घुसने की गुप्त सूचना मिली थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि शायद ये आतंकवादी बीती मध्यरात्रि भारतीय सीमा में दाखिल हुए और अंतरराष्टीय सीमा से करीब 15 किलोमीटर दूर पहाड़पुर रोड का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग तक पहुंचे। इसके बाद उन्होंने दीना नगर इलाके में हमले को अंजाम दिया। इन आतंकवादियों के संगठन का नाम अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन आज का हमला जम्मू क्षेत्र में कठुआ और हीरा नगर में हुए आत्मघाती हमलों से काफी मिलता-जुलता है।