केरल के कथित लव जिहाद मामले से चर्चा के केंद्र में आई अखिला अशोकन उर्फ हादिया ने एक बार फिर अपने पति शैफीन जहां से मिलने की इच्छा जताई है। सलेम के शिवराज होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज पहुंचने के अगले दिन बुधवार को उसने यह इच्छा जाहिर की। उसने बताया कि वह बीते छह महीने से ऐसे लोगों (माता-पिता) से बात करने को मजबूर थी जिन्हें वह पसंद नहीं करती।
उसने कहा, मैं वे अधिकार मांग रही हूं, जो हर नागरिक के पास है। इसका राजनीति और जाति से कुछ लेना-देना नहीं है। मैं उन लोगों से बात करना चाहती हूं जिन्हें मैं पसंद करती हूं। उसने बताया कि पति शैफीन से उसका कई महीनों से संपर्क नहीं है। उसके पास मोबाइल नहीं है और वह केवल अपने माता-पिता से ही बात कर सकती थी। वह पति से बात करने को व्याकुल है। इससे पहले वह कोच्चि में माता-पिता के साथ रह रही थी। सुप्रीम कोर्ट ने उसे माता-पिता की कस्टडी से रिहा करते हुए मेडिकल कॉलेज भेजने का आदेश दिया था। यहां वह 11 महीने तक इंटर्नशिप करेगी।
इससे पहले केरल हाई कोर्ट ने लव जिहाद का मामला बताते हुए हादिया और शैफीन की शादी खारिज कर दी थी। हादिया के पिता एम अशोकन ने हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल कर शादी रद्द करने की गुहार लगाई थी। याचिका में कहा था कि लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया और लड़के (शैफीन) का संबंध आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से है। 20 सितंबर को शैफीन ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। शीर्ष अदालत ने 25 साल की हादिया का गार्डियन कॉलेज डीन को नियुक्त किया है। हॉस्टल में मुहैया कराई जा रही सुविधाओं और सुरक्षा के बाबत पूछे जाने पर हादिया ने कहा कि वह अगले दो दिनों में सारे सवालों का जवाब देगी।