मंकीमैन या मुंहनोचवा के बाद, 2012 में दुनिया खत्म करने की अपार सफलता के बाद, लोगों को पत्थर में बदलने के बाद, गणेश भगवान को दूध पिलाने के बाद, भारत के लोगों ने फिर से एक 'मौलिक' चीज खोजी है। चोटी कट। लेकिन बाकी चीजों और इस 'आविष्कार' में बड़ा अंतर है, इसीलिए यह 'मौलिक' है। बाकी चीजें दिखाई कम, सुनाई ज्यादा पड़ती थीं लेकिन यहां तो महिलाओं की 'साक्षात' चोटियां कटी हुई दिख रही हैं। ऑन कैमरा, ऑफ कैमरा हर तरफ। लेकिन चोटी काटने वाला अभी तक किसी कैमरे में नहीं दिखा है। पुलिस परेशान और जनता हलकान है।
इसी चक्कर में लोगों ने शरारतें भी शुरू कर दी हैं। फर्जी की मनगढंत बातें की जा रही हैं। पुलिस भी गुमराह हो रही है।
भाईयों की शरारत
दिल्ली की संजय गांधी झुग्गी में 14 साल की एक लड़की की चोटी कटने की सूचना पुलिस को मिली। पुलिस ने पता करना शुरू किया। पुलिस ने लड़की के 10 साल के भाई और 12 साल के भतीजे को डांटा-डपटा तो उन्होंने उगला कि उन्होंने शरारत में ऐसा किया। अब बच्चों की शरारत तो पुलिस क्या करती। छोटा बच्चा जानकर पुलिस उनसे नहीं 'टकराई' और निकल ली। ये दिल्ली में पहला मामला है जिसे ''पर्दाफाश'' टाइप लहजे में पेश किया जा रहा है।
पुलिस जांच बेनतीजा
ऐसे ही एक और मामले में नजफगढ़ के धर्मपुरा में जायदा खान नाम की महिला ने एक अगस्त को बताया कि उसकी सुबह 4 बजे चोटी काट ली गई। लेकिन जब पुलिस ने जांच की तो कुछ नहीं मिला। परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराने से मना कर दिया। आउटर दिल्ली में अभी तक इस तरह के 7 मामले सामने आए हैं।
सीसीटीवी ने पकड़ा झूठ
ईस्ट दिल्ली के पांडव नगर में एक महिला ने कहा कि वह सड़क पर जा रही थी और किसी ने पहले उसके बाल खींचे और फिर बाल काट दिये। लेकिन जब पुलिस ने सीसीटीवी देखा तो पता चला कि कोई भी व्यक्ति उसका पीछा नहीं कर रहा था। साथ ही कटे हुए बाल भी नहीं मिले।
कंघी से गिरे बालों से दहशत
अब तो बात यहां तक पहुंच गई है कि लोग जमीन पर बाल गिरा देखकर भी पुलिस को फोन किए दे रहे हैं। हिंदुस्तान अखबार में छपी खबर के मुताबिक, रोहिणी के पुलिस उपायुक्त ऋषिपाल के अनुसार, बेगमपुर गांव इलाके में शुक्रवार को एक महिला की चोटी काटे जाने की सूचना मिली थी। पुलिस का कहना है कि महिला सुबह कंघी कर रही थी। इसी दौरान जमीन पर उसके बाल गिरे। तभी उसकी पड़ोसन ने उसके गिरे हुए बालों को देख लिया। इसके बाद उसने दहशत में पुलिस को बाल काटे जाने की कॉल कर दी।
अफवाहें और अंधविश्वास
दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में चोटी काटने की लगभग 100 से ज्यादा घटनाएं सामने आ चुकी हैं। लोगों ने अंधविश्वास पर अपना पूरा 'विश्वास' दिखाते हुए दरवाजों पर नींबू-मिर्च और नीम की पत्ती लगानी शुरू कर दी है ताकि चोटी काटने वाले को रोका जा सके। वाह। अब तो सच में मेरा देश बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है।