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PHOTOS: मंदसौर में सैकड़ों कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी से हुआ ‘किसान मुक्ति यात्रा’ का शंखनाद

अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के कार्यकर्ता ने मंदसौर जिले के पिपलिया मंडी में 6 जून को हुई पुलिस फायरिंग में मारे गए पांच किसानों को श्रद्धांजलि देने के बाद किसान मुक्ति यात्रा का शंखनाद किया।
PHOTOS: मंदसौर में सैकड़ों कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी से हुआ ‘किसान मुक्ति यात्रा’ का शंखनाद

मध्य प्रदेश सरकार ने आज अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के कार्यकर्ताओं को मंदसौर जिले के ग्राम गुड़बेली से गिरफ्तार कर लिया। समिति के कार्यकर्ता मंदसौर जिले के पिपलिया मंडी में 6 जून को हुए पुलिस फायरिंग में मारे गए पांच किसानों को श्रद्धांजलि देने के बाद अपनी किसान मुक्ति यात्रा का शंखनाद करने जा रहे थे। समिति के कार्यकर्ताओ का कहना है कि पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर दलोदा मंडी ले गई। पुलिस का कहना है कि उन्होंने जिले के पिपलिया मंडी में शांति बनाये रखने के लिए गिरफ्तारी की है।

'कार्यकर्ताओं को एहतिहातन धारा 151 के तहत गिरफ्तार किया गया था। उन्हें गिरफ्तारी के बाद जिले के दलोदा बाजार में छोड़ दिया गया है। मंदसौर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने आउटलुक को बताया कि उनकी रैली पर कोई रोक नहीं है।

समिति के इस यात्रा में किसान नेताओं से लेकर आम किसान और महिलाएं शामिल थीं। समिति के कार्यकर्ताओं के कंधे पर प्रतीक के रूप में हल था, जिसमें एक ओर मिट्टी का कमंडल लटका हुआ था, वहीं किसानों के हाथ में हरे रंग का झंडा भी था. सुबह बूढ़ा गांव से शुरू हुई  यह यात्रा पिपलिया मंडी के बही पार्शवनाथ चौपाटी पुलिस चौकी पहुंचना चाहती थी। बही पार्शवनाथ चौपाटी पुलिस चौकी वही जगह है, जहा आज से ठीक एक महीने पहले किसान आंदोलन के प्रदर्शनकारियों को पुलिस चौकी की तरफ बढ़ता देख आक्रोशित पुलिस ने अंधाधुंध फ़ायरिंग की, जिसमे 5 किसान मारे गए थे।

किसान मुक्ति यात्रा के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गई थी। इसी दिशा में, एहतिहात बरतते हुए, पुलिस ने यात्रा को ग्राम गुड़बेली पर रोक लगभग समिति के 500 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। वहां से गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को बसों में बिठाकर मंदसौर जिले के दूसरे छोर दलोदा मंडी में छोड़ दिया गया।  

गिरफ़्तारी से पूर्व समिति के संयोजक वीएम सिंह ने कहा कि 'वर्ष 2018 की 6 जून को देशभर से 2 लाख किसान मंदसौर की पिपल्यामंडी में पहुंच कर शहीद हुये किसानो को अपनी श्रद्धांजलि देंगे और शहीद स्मारक बनाने का कार्य शुरू करेंगे।'  

देश में चल रहे किसान आंदोलनों को दिशा देने के लिए 16 जून 2017 को अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति का गठन किया गया था।

समिति मंदसौर गोलीकांड की याद में 6 जुलाई को किसान मुक्ति यात्रा मंदसौर जिले से शुरू कर पांच राज्य महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, यूपी व हरियाणा से निकलकर दिल्ली पहुंचेगी है। यह यात्रा मप्र में तीन दिन बिताएगी। यात्रा के दिल्ली पहुंचने के बाद अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति यात्रा को दक्षिण और पूर्व क्षेत्र में इसी तरह की यात्राओं का कार्यक्रम बनाने जा रही है।  

मध्य प्रदेश के पूर्व विधायक पारस सखलेचा की कहना है कि 12 राज्यों से लगभग 150 किसान संगठन साथ आ गए हैं। उनका कहना है की पुलिस सभी कार्यकर्ताओ को गिरफ्तार कर मंदसौर से आगे ले जा रही है.

इन्हें किया गया गिरफ्तार

समिति के संयोजक वीएम सिंह, स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के प्रतिनिधि और सांसद राजू शेट्टी,  जय किसान आंदोलन के नेता योगेंद्र यादव, नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रर्वतक मेधा पाटकर,पूर्व संसद (सीपीएम) सुभाषनी अली, पश्चिम बंगाल के अभीक साहा, तमिल नाडु के स्वामी मलाई विमल नाथन, पश्चिमी ओडिशा कृषक संगठन समन्वय समिति के लिंगराज, राजस्थान राज्य के पूर्व विधायक अयूब खान, मध्य प्रदेश के पूर्व विधायक पारस सखलेचा सखलेचा और करीब 100 महिलाओं और 500 कार्यकर्ताओ को गिरफ्तार किया। समिति ने किसानों की क़र्ज़ माफ़ी और फ़सलों के उचित मूल्य की मांग को लेकर यात्रा शुरू की है।

 समिति में जुड़े कुछ प्रमुख संगठन

ऑल इंडिया किसान मजदूर सभा (पंजाब, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, बिहार, उत्त्तर प्रदेश, पश्चिम बंग) , कर्नाटक राज्य रैयत संघ, तेलंगाना रायतू जॉइन्ट एक्शन कमिटी, लोक संघर्ष मोर्चा (महाराष्ट्र, गुजरात), रैयतु स्वराज वेदिका, फेडरेशन ऑफ़ कावेरी डेल्टा फारमर्स एसोसिएशन (तमिल नाडु), पश्चिम ओड़िशा कृषक संगठन, स्वराज अभियान के प्रमुख योगेंद्र यादव शामिल हुए।

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