सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय में दूसरे दिन भी जारी सर्च अभियान के तहत हरियाणा के सतनाम मार्ग पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। बता दें कि सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय में शुक्रवार से शुरु हुए सर्च ऑपरेशन में सर्च टीम को 1200 नए नोट, 7000 पुराने नोट मिले थे, जिनकी कुल कीमत चंद हजार से ज्यादा नहीं होगी। प्लास्टिक की करेंसी मिली, जिसका इस्तेमाल डेरा के अंदर होने वाली सामानों की खरीद-फरोख्त में होता था।
Haryana: Heavy security at Satnam Chowk in #Sirsa as search of #DeraSachaSauda HQ continues pic.twitter.com/qGFLKDPRQl
— ANI (@ANI) September 9, 2017
हरियाणा सरकार के जनसंपर्क विभाग के उपनिदेशक सतीश मेहरा ने बताया कि डेरा परिसर के अंदर एक अवैध पटाखा फैक्ट्री भी चलाई जा रही थी, जिसे सील कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि दो ट्रकों में 80 से ज्यादा पेटियों में पटाखे भरे हुए मिले हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि डेरे के पास लाइसेंस है या नहीं इसकी जांच की जाएगी।
Illegal explosives factory inside #DeraSachaSauda premises sealed. Explosives&fire crackers seized:Dy Dir of Haryana PR Dept Satish Mehra
— ANI (@ANI) September 9, 2017
वहीं, डेरे के भीतर से नर-कंकालों को दबाए जाने की खबरों को लेकर जब मेहरा से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि अभी इस बारे में कुछ भी नहीं बताया जा सकता है। इस मामले में जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई है। उन्होंने बताया कि दरअसल, सिरसा स्थित डेरा परिसर बहुत ही बड़ा है और वहां रविवार से ही खुदाई का काम शुरू हो पाएगा। खुद को स्वयंभू संत बताने वाले राम रहीम की जड़ें खंगालने में अच्छा खासा वक्त लग सकता है और तब तक लंबी-चौड़ी सर्च टीम भी अभियान में जुटी रहेगी।
सर्च ऑप्रेशन में सबसे अधिक नरकंकालों की जांच शुरू
डेरा में सर्च ऑप्रेशन पर सबसे अधिक चर्चा नरकंकालों की हो रही है। डेरा के 2 पूर्व साधुओं हंसराज व गुरदास सिंह यह आरोप लगा चुके हैं कि डेरा में अनेक लोगों को कत्ल कर खेतों में दबा दिया गया और बाद में वहां पेड़ लगा दिए गए। इसकी जांच के लिए ही जे.सी.बी. मशीनें व विशेष प्रकार के उपकरण जुटाए गए। चूंकि डेरा परिसर के खेत करीब साढ़े सात एकड़ में फैले हैं। डेरे में 1000 से अधिक भवन हैं। ऐसे में फिलहाल जांच टीम प्राथमिक चरण में विभिन्न इमारतों में जांच कर रही है।
सर्च ऑपरेशन के पहले दिन काफी संख्या में मिले वन्य प्राणी
डेरा सच्चा सौदा में चले सर्च ऑप्रेशन के पहले दिन ही संदिग्ध सामान मिलने से विवाद बढ़ गया है। सर्च अभियान के तहत आज डेरा में काफी संख्या में वन्य प्राणी भी मिले। इनमें हिरण, मोर वन्य प्राणी शामिल हैं। वन्य प्राणी एक्ट के अनुसार, कोई भी व्यक्ति वन्य प्राणियों को पालतू जानवर के तौर पर नहीं रख सकता। डेरा ने इस मामले में भी कानून का उल्लंघना किया है। इस उल्लंघना पर वन्य जीवों के लिए लम्बे समय से लड़ाई लड़ रहे हरियाणा के ही नरेश कादियान ने सीएम विंडो में शिकायत देकर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। कादियान ने हवाला दिया है कि वन्य प्राणी एक्ट 1972 के अंतर्गत डेरा सच्चा सौदा में वन्य प्राणी रखे जाने के संदर्भ में आज तक एक भी केस दर्ज नहीं किया गया है।
गुरमीत के काफिले में होती थीं लैक्सेस गाड़ियां
खास बात यह है कि डेरा प्रकरण में लेक्सेस गाडियां चर्चा में हैं। गुरमीत सिंह के काफिले में लेक्सेस गाड़ियां हुआ करती थीं। जैड ब्लैक कलर की इन सभी गाड़ियों का नम्बर एक जैसा होता था। रोचक और हैरान करने वाली बात यह है कि जिस दिन गुरमीत सिंह को सजा सुनाई जानी थी। उससे कुछ देर पहले ही सिरसा के गांव फूलकां के पास एक लेक्सेस गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया था। तलाशी अभियान के दौरान भी सर्च टीम को डेरा से एक और बिना नम्बर की लेक्सेस गाड़ी मिली।
शेर का बच्चा रखता था गुरमीत
अजीबो-गरीब का फैशन करने वाला गुरमीत सिंह वन्य प्राणियों को भी रखने का शौकीन था। गुरमीत ने काफी साल पहले एक शेर का बच्चा मंगवाया था और अक्सर उसे शेर के इस बच्चे के साथ देखा गया। बाद में शायद उन्हें इस बात का आभास हो गया कि शेर का बच्चा सार्वजनिक मंच पर साथ दिखने से वह विवादों में आ सकता है। बाद में उस शेर के बच्चे को किसी ने नहीं देखा।