आने वाली 25 तारीख को अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद की रैली से पहले राम मंदिर मामले में बाबरी मस्जिद के पैरोकार इकबाल अंसारी ने राज्य सरकार से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अयोध्या के मुसलमानों को भी सुरक्षा मुहैया कराए और अगर सुरक्षा नहीं बढ़ाई गई तो वे स्वयं 25 से पहले अयोध्या छोड़कर कहीं और चले जाएंगे। इकबाल अंसारी हाशिम अंसारी के बेटे हैं जो इससे पहले बाबरी मस्जिद के पक्षकार थे। हाशिम की मौत के बाद इकबाल इस मामले में पैरोकार बने हैं।
"अपर्याप्त है सुरक्षा"
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक फइकबाल अंसारी की सुरक्षा में फिलहाल दो सुरक्षाकर्मी तैनात हैं लेकिन अंसारी के अनुसार यह पर्याप्त नहीं है क्योंकि विहिप की इस रैली से 1992 जैसा माहौल बन सकता है जब विवादित ढांचा ढहा दिया गया था और देश के तमाम हिस्सों में सांप्रदायिक दंगे हुए थे। इकबाल अंसारी ने कहा “1992 में हमारे घरों को जला दिया गया था, यहां तक कि हम तो विवादित स्थल पर गए भी नहीं थे। मैंने अयोध्या में हिंदू और मुसलमानों की सुरक्षा के लिए बोला है। अगर 1992 भीड़ फिर यहां आती है तो मुझे और अयोध्या के मुसलमानों को सुरक्षा दी जानी चाहिए।“
तीन शहरों में हो रही है यह जनाग्रह रैली
वीएचपी ने इस रैली को जनाग्रह रैली का नाम दिया है जिसमें उसके साथ आरएसएस भी रैली कर रहा है। दोनों संगठन तीन शहरों में ऐसी रैलिया कर रहे हैं। इन तीन शहरों में आयोध्या के अलावा नागपुर और बेंगलुरु शामिल है। देश के हजारों साधु-संतों के संघ-वीएचपी के इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने की संभावना है। कांग्रेस ने इस रैली का यह कहकर विरोध किया है कि चुनावों के मौसम में राममंदिर का सियासी फायदा लेने के लिए ये रैलियां आयोजित की जा रही हैं।
गौरतलब है कि 25 को जहां ये रैलियां आयोजित होंगी तो वहीं 28 नवंबर को मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा।