गुजरात के बहुचर्चित नरोदा पाटिया दंगा मामले में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सोमवार को गवाही देने के लिए यहां विशेष एसआईटी अदालत पहुंचे। उन्हें पूर्व विधायक और तत्कालीन राज्य सरकार में मंत्री रहीं माया कोडनानी ने गवाह के रूप में बुलाया था। एएनआई के मुताबिक, अमित शाह ने कोर्ट में कहा कि 28 फरवरी, 2008 को घटना के समय माया कोडनानी विधानसभा में थीं।
Maya Kodnani was not present in Naroda Gam, she was inside the state assembly at 8.30 am: Amit Shah in court
— ANI (@ANI) September 18, 2017
क्या-क्या कहा अमित शाह ने?
1. पीटीआई के मुताबिक, बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, 'मैं 28 फरवरी को सुबह 7:15 बजे अपने घर से विधानसभा के लिए निकला था। सदन की कार्यवाही सुबह 8:30 बजे शुरू होनी थी। वहां अध्यक्ष के साथ विधानसभा के सभी सदस्य सदन में मौजूद थे। माया कोडनानी भी विधानसभा में हाजिर थीं।'
2. शाह ने बताया कि विधानसभा में गोधरा कांड की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव भी पास किया गया। गोधरा के पास साबरमती एक्सप्रेस में लगाई गई आग में 59 कारसेवक मारे गए थे।
3. शाह ने जज पीबी देसाई से कहा, 'विधानसभा के बाद 9:30 बजे से 9:45 के बीच मैं सोला अस्पताल पहुंचा क्योंकि यह मेरी विधानसभा में आता था। यहां कारसेवकों के शव लाए गए थे। यहां पर माया कोडनानी मौजूद थीं।'
4. अमित शाह ने कहा कि कारसेवकों की हत्या की वजह से लोग काफी गुस्से में थे और भीड़ ने अस्पताल को घेर रखा था।
5. शाह ने कोर्ट को बताया, 'लोगों के गुस्से को देखते हुए पुलिस हमें सुरक्षित स्थान पर ले गई। अस्पताल से माया कोडनानी कहां गईं, इसकी जानकारी मुझे नहीं है।'
बता दें कि नरोदा पाटिया दंगों में कई अल्पसंख्यकों की हत्या हुई थी, जिसमें कोडनानी को दोषी पाया गया। इस मामले में 82 लोगों पर आरोप हैं। कोर्ट पहले ही कोडनानी को उम्रकैद की सजा सुना चुका है। हालांकि कोडनानी खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर जमानत पर बाहर हैं। माया कोडनानी की अपील पर कोर्ट ने अमित शाह को समन जारी किया था। अमित शाह कोडनानी की तरफ से बचाव पक्ष के 14 लोगों में से एक हैं। माया कोडनानी का कहना था कि दंगों के वक्त वह मौके पर मौजूद नहीं थीं।